-
ओल्ड टाउन, सालिया साही और आईआरसी विलेज में सबसे अधिक मामले
इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर।
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए भुवनेश्वर नगर निगम ने तीन हॉटस्पॉट को चिह्नित किया है। बताया जाता है कि जिन तीन स्थानों पर डेंगू की स्थिति गंभीर होती दिख रही है, उनमें ओल्ड टाउन, सालिया साही और आईआरसी विलेज हॉटस्पॉट के रूप में हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के 18 जिलों से अब तक डेंगू के 175 मामले सामने आ चुके हैं। कुल 175 डेंगू संक्रमणों में से 93 खुर्दा जिले से सामने आए हैं, जबकि 80 से अधिक मामले अकेले भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के सीमा क्षेत्र से हैं। डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी को लेकर बीएमसी के अधिकारियों ने स्वच्छता उपायों को तेज करने का फैसला लिया।
मेयर सुलोचना दास ने कहा कि शहर के कुछ हिस्सों से डेंगू के मामले सामने आए हैं और पहले से ही फॉगिंग गतिविधियां तेज कर दी गई हैं।
दास ने कहा कि कुछ स्थान ऐसे हैं, जो हॉटस्पॉट में बदल गए हैं। हम अब इन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और प्रजनन स्रोतों की पहचान करने और उन्हें नष्ट करने के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं। बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सूर्यवंशी मयूर विकास ने कहा कि बीएमसी ने फॉगिंग अभियान शुरू कर दिया है। नई मशीनें जल्द ही पहुंचेंगी और हम जोन और वार्ड के अनुसार योजना बना रहे हैं ताकि लक्षित तरीके से बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा सके।
उल्लेखनीय है कि मानसून की शुरुआत के साथ ही ओडिशा में डेंगू ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। राज्य में अब तक डेंगू के 175 मामले सामने आ चुके हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्र ने शनिवार को डेंगू के आंकड़े सार्वजनिक किए तथा लोगों को जागरूक रहते सफाई पर ध्यान देने की अपील की। राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में 80 से अधिक मामले हैं, जबकि अन्य जिलों में मामलों की संख्या 12 से नीचे बनी हुई है।
जुलाई-अगस्त में बढ़ते हैं मलेरिया व डेंगू के मामले
जुलाई और अगस्त के महीनों के दौरान जब मानसून सक्रिय होता है, मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों में हमेशा वृद्धि देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि बारिश के पानी और पोखरों के जमाव से मच्छरों को प्रजनन के लिए अनुकूल वातावरण मिलता है। डेंगू, एक वेक्टर जनित रोग है, जो एडीज एजिप्टी मच्छर के कारण होता है, जो कठोर सतहों पर जमा साफ पानी में पनपता है। मिश्र ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे अपने आस-पास से किसी भी पोखर या पानी के जमाव को साफ करें, खासकर वाटर-कूलर और टायर जैसी जगहों से।
सरकारी अस्पतालों में डेंगू की निःशुल्क जांच
केंद्र सरकार के निर्देशानुसार विभिन्न सरकारी अस्पतालों में डेंगू की निःशुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। एहतियात के तौर पर सभी जिलों के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की गई है। मिश्र ने कहा कि अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए बिस्तर, दवा और प्लेटलेट्स स्टॉक तैयार रखने के स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं।
Posted by: Desk, Indo Asian Times