Home / Odisha / लाकडाउन की घोषणा के बाद कालाबाजारी करने वालों की चांदी

लाकडाउन की घोषणा के बाद कालाबाजारी करने वालों की चांदी

  • आलू-प्याज समेत सब्जियों के दाम में बेतहाशा वृद्धि से मचा हड़कंप

राजेश दाहिमा, राजगांगपुर

रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आ‌ह्वन पर एक दिन के जनता कर्फ्यू का शहरवासियों ने पुरजोर स्वागत करते हुए समर्थन दिया, लेकिन शनिवार की शाम होते-होते राज्य सरकार ने और सात दिनों के लिए लाकडाउन करने का निर्देश जारी कर दिया। इस कड़ी में मंगलवार को शहर में स्थानीय प्रशासन ने माइक के जरिए लाकडाउन की घोषणा कर शहरवासियों में हड़कंप मचा दिया।

इस घोषणा के बाद से ही शहर के बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। रोजमर्रा के सामान राशन व सब्जियों की दुकानों पर भीड़ अधिक होने लगी। इससे रोजमर्रा की जरूरत के सामानों में एकाएक बेतहाशा वृद्धि हो जाने से कालाबाजारी करने वालों की चांदी हो गई है। आलू-प्याज की कीमतों में पांच रुपये से बीस रुपये की बढ़ोतरी हुई है। सब्जियों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं। टमाटर बीस रुपए की जगह चालीस रुपए, फूलगोभी तीस की जगह पचास-साठ रुपये बिकने लगी है। अन्य सब्जियों की में बढ़ोतरी होने से शहरवासी परेशानियों का सामना करने पर मजबूर हो गए हैं।

आलू-प्याज के विक्रेताओं का कहना है कि आवागमन ठप्प हो जाने से ही दरों में बढ़ोतरी की गई है, जबकि खबर है कि ऐसा नहीं है। ये मौके का  फायदा उठाने में लगे हुए हैं।  ऐसी चर्चा शहर में चल रही है। मनोहरपुर, जर‌ईकेला, बामड़ा, गरपोस से आने वाले सब्जियों के विक्रेता रेलवे व अन्य आवागमन का साधन उपलब्ध नहीं रहने के कारण नहीं आ पा रहे हैं।

बाजारों में बैठे सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि इसी कारण ही सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। वहीं खबर ये भी है कि आलू-प्याज के थोक व्यापारियों ने लाकडाउन की घोषणा के साथ ही अपने-अपने गोदामों में आलू-प्याज स्टाक जमाकर कालाबाजारी करने लगे हुए हैं। सुंदरगढ़ के जिलाधिकारी निखिल पवन कल्याण ने कहा कि आलू-प्याज एवं अन्य रोजमर्रा की जरूरत की सामग्रियों में बढ़ोतरी करने का किसी भी तरह का आदेश जारी नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि आप से जानकारी मिली है और मैं आफिसर को भेज कर जांच पड़ताल करवाता हूं।

Share this news

About desk

Check Also

बलात्कार पीड़ितों की मेडिकल रिपोर्ट सात दिनों जारी करने के निर्देश

राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी और निजी डॉक्टरों तथा पंजीकृत चिकित्सकों को लिखा पत्र …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *