-
बालक-बालिका दोनों श्रेणियों में ओडिशा ओवर आल चैंपियन रहा
-
भारत का प्रथम आदिवासी खेल महोत्सव कीट में सम्पन्न
-
झारखंड की लड़के और लड़कियों की दोनों टीमें सेकेंड रनर्स अप रहीं
भुवनेश्वर: कीट डीम्ड विश्वविद्यालय में 9 जून से 12 जून, 4 दिनों तक चलने वाला भारत का प्रथम आदिवासी खेल महोत्सव आज सम्पन्न हो गया। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, राज्य के स्कूल और लोक शिक्षा मंत्री सुदाम मरांडी, अनुसूचित जाति और जनजाति कल्याण, अल्पसंख्यक, पिछड़ा वर्ग कल्याण और कानून मंत्री जगन्नाथ सरका, केंद्रीय संस्कृति विभाग की संयुक्त सचिव कनिता मुद्गल और रग्बी यूनियन इंडिया अध्यक्ष राहुल बोस आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री पटनायक ने ओवरऑल चैम्पियन ओडिशा के बालक-बालिकाओं की टीम को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया और ओडिशा टीम को बधाई दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर ओडिशा का नाम रोशन करने वाले ज्यादातर खिलाड़ी आदिवासी वर्ग से हैं। आदिवासी समुदाय के बच्चों में काफी प्रतिभा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।
ओडिशा ने आयोजित खेल महाकुंभ में बालक-बालिका दोनों वर्गों में ओवरऑल चैंपियन बनकर राज्य का नाम बढ़ाया। विशेष रूप से कीस के खिलाड़ियों की उनके उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन के लिए खूब प्रशंसा हुई। इसी तरह, कर्नाटक की लड़के और लड़कियों की दोनों टीमें ओवरऑल फर्स्ट रनर-अप रहीं, जबकि झारखंड की लड़के और लड़कियों की दोनों टीमें सेकेंड रनर्स अप रहीं।
रग्बी बालक वर्ग में ओडिशा ने पहला स्थान हासिल कर स्वर्ण पदक जीता, जबकि झारखंड ने दूसरे स्थान पर रजत पदक और महाराष्ट्र ने तीसरे स्थान पर कांस्य पदक हासिल किया। इसी प्रकार रग्बी बालिका वर्ग में ओडिशा की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि पश्चिम बंगाल व महाराष्ट्र ने क्रमश: द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। पुरुष हॉकी वर्ग में ओडिशा की टीम चैंपियन रही जबकि झारखंड और मध्य प्रदेश क्रमश: उपविजेता और तीसरे स्थान पर रहे। इसी तरह बालिका हॉकी में ओडिशा की टीम चैंपियन बनी, जबकि झारखंड उपविजेता और मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर रहा।
कबड्डी पुरुष वर्ग में, ओडिशा ने पहला स्थान हासिल किया है, जबकि तमिलनाडु और कर्नाटक क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। महिला वर्ग में कर्नाटक पहले स्थान पर है जबकि ओडिशा और छत्तीसगढ़ क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। जबकि ओडिशा ने खो -खो लड़कों की श्रेणी में पहला स्थान हांसिल किया, कर्नाटक उपविजेता रहा और गुजरात और मध्य प्रदेश दोनों तीसरे स्थान पर रहे। लड़कियों के वर्ग में भी ओडिशा ने पहला स्थान हांसिल किया, जबकि गुजरात उपविजेता और छत्तीसगढ़ और कर्नाटक तीसरे स्थान रहे। फुटबाल बालक वर्ग में ओडिशा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि बिहार व झारखंड उपविजेता व तृतीय स्थान पर रहे। बालिका वर्ग में छत्तीसगढ़ पहले, झारखंड उपविजेता और त्रिपुरा तीसरे स्थान पर है। वॉलीबॉल बालक वर्ग में कर्नाटक को पहला, उत्तराखंड को दूसरा और ओडिशा को तीसरा स्थान मिला है। लड़कियों की श्रेणी में, कर्नाटक ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि ओडिशा और गुजरात क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
तेज बारिश और गर्मी के बावजूद 5000 खिलाड़ी, कोच और अधिकारी कीट परिसर आराम के साथ रहकर प्रतियोगिता में खूबसूरती से हिस्सा ले पाए। आदिवासी खिलाडिय़ों में उत्साह देखने को मिला। इस मौके पर कीट – कीस के संस्थापक प्रो अच्युत सामंत ने कहा कि ओडिशा के लिए पहला आदिवासी खेल महोत्सव इतनी सफलतापूर्वक आयोजित करना गर्व और सम्मान की बात है। इसके साथ ही प्रो सामंत ने केंद्र सरकार, केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और ओडिशा सरकार को उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। इससे पहले कीट ने खेलो इंडिया की पहली सफलता की मेजबानी भी की थी।