भुवनेश्वर। राज्य के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने कहा कि शवों की पहचान व परिजनों को सौंपने के लिए टोल फ्री नंबर 18003450061 जारी की गई है। शवों की पहचान करने के लिए जो लोग आ रहे हैं, वे इस नंबर पर काल कर सकते हैं। हमारे अधिकारी उन्हें सहायता करेंगे। उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। राज्य के खर्चे पर इन शवों को गंत्य़व्य स्थल पर भेजने का निर्णय किया गया है।
जेना ने कहा कि मानदंडों के अनुसार, आवश्यक चिकित्सा-कानूनी प्रक्रिया और 48 घंटे के बाद डीएनए नमूने एकत्र करने के बाद शवों का निपटान किया जाएगा।
382 घायल अभी भी इलाजरत
इधर, रविवार को ओडिशा सरकार के विशेष राहत आयुक्त के कार्यालय में स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर द्वारा प्रकाशित ट्रेन दुर्घटना रिपोर्ट के अनुसार, 1175 घायलों को सोरो, बालेश्वर, भद्रक और कटक के अस्पतालों में भर्ती कराया गया था, जिनमें से 336 को छुट्टी दे दी गई जबकि एक अन्य को छुट्टी दे दी गई। 382 का अभी इलाज चल रहा है।
आज तक, 88 शवों का दावा किया गया है जबकि 187 की पहचान की जानी बाकी है।
सौ अज्ञात शवों को एम्स-भुवनेश्वर मुर्दाघर में रखा गया
सौ अज्ञात यात्रियों के शवों को एम्स-भुवनेश्वर मुर्दाघर में रखा गया है, ताकि परिवारों के लिए उनका दावा करना आसान हो सके। मृत व्यक्तियों और फंसे हुए यात्रियों के परिवार, मित्रों या रिश्तेदारों की सुविधा के लिए भुवनेश्वर के सत्यनगर में बीएमसी-आईसीओएमसी टॉवर में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। बीएमसी ने कुछ नोडल अधिकारियों के नाम और नंबर भी जारी किया है, जिससे लोग संपर्क कर सकते हैं।
1 राजेश प्रधान : 6370946287
2 आशीष पात्रा : 7978095293
3 देवाशीष मिश्रा: 6370585221
4 दीपक कुमार राउत : 8249217415
5 संदीप महाराणा : 8847822559