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परिस्थितियों से जूझ रहे हैं चिकित्साकर्मी
भुवनेश्वर। बालेश्वर जिले में हुई रेल दुर्घटना के बाद बालेश्वर, भद्रक, कटक, सोरो के विभिन्न अस्पतालों में घायलों को भर्ती कराया गया है। अचानक मरीजों की संख्या बढ़ने से चिकित्साकर्मियों के समक्ष एक बीड़ चुनौती खड़ी हो गई। अपने यहां उपलब्ध संसाधनों में चिकित्सक और चिकित्साकर्मी बेहरत इलाज प्रदान करने के लिए परिस्थितियों से जूझ रहे हैं। परेशान चिकित्सा कर्मचारियों को मरीजों की मदद करने की कोशिश करते देखा जा रहा है। दोपहर तक कुल 251 रेल दुर्घटना पीड़ितों को बालेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बालेश्वर जिला मुख्यालय अस्पताल के अतिरिक्त जिला चिकित्सा अधिकारी (एडीएमओ) डॉ मृत्युंजय मिश्र ने कहा कि मैं कई दशकों से इस पेशे में हूं, लेकिन मैंने अपने जीवन में इस तरह की अव्यवस्था कभी नहीं देखी। अचानक दुर्घटना में घायल 251 लोग हमारे अस्पताल पहुंचे और हम बिल्कुल तैयार नहीं थे। हमारे स्टाफ ने पूरी रात काम किया और सभी को प्राथमिक उपचार दिया। उन्होंने बताया कि कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 64 मरीजों को रेफर किया गया। अब हमारे पास बेड पर 60 मरीज हैं। अन्य को मामूली सर्जरी के बाद छुट्टी दे दी गई। उन्होंने कहा कि हम वास्तव में आश्चर्यचकित थे, क्योंकि बड़ी संख्या में युवाओं ने यहां रक्तदान करने के लिए लाइन लगाई थी। हमने रात भर में लगभग 500 यूनिट रक्त एकत्र किया। मैं सभी को धन्यवाद देता हूं। यह जीवनभर का अनुभव है। अब चीजें काफी सामान्य हैं।
अधिकारियों ने कहा कि पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग स्वेच्छा से बालेश्वर जिला अस्पताल और अन्य अस्पतालों में रात भर रक्तदान करते रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि घायलों की मदद के लिए रात में 2,000 से अधिक लोग बालेश्वर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एकत्र हुए और कई लोगों ने रक्तदान भी किया। घायलों को बालेश्वर, सोरो, भद्रक, जाजपुर और कटक एससीबी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ले जाया गया है।
अस्पताल में मुर्दाघर सफेद कफन से ढकी लाशों का ढेर था, उनमें से कई को अभी तक रिश्तेदारों के रूप में पहचाना जाना बाकी है, क्योंकि एक प्रमुख रेलवे ट्रंक मार्ग पर दुर्घटना के कारण कई ट्रेन सेवाओं को रद्द या विलंबित कर दिया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शनिवार को कहा कि एम्स-भुवनेश्वर के डॉक्टरों को ट्रेन दुर्घटना स्थल पर राहत कार्यों में सहायता के लिए ओडिशा के बालेश्वर और कटक भेजा गया है।
मंडाविया ने ट्विटर पर कहा कि ओडिशा में रेल दुर्घटना स्थल पर राहत कार्यों में सहायता के लिए एम्स-भुवनेश्वर के डॉक्टरों की दो टीमों को बालेश्वर और कटक के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि हम कीमती जान बचाने के लिए दुखद ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों को सभी आवश्यक सहायता और चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहे हैं।
इधर, बंगाल से राहत एवं बचाव कार्य के लिए शुक्रवार रात को 39 डॉक्टरों की टीम को बालेश्वर भेजा गया था। शुक्रवार को 41 एंबुलेंस तथा शनिवार को 30 एंबुलेंस को पश्चिम बंगाल से बालेश्वर लाया गया था। कुछ घायलों को बंगाल स्थानांतरित किया गया है। शुक्रवार रात को बंगाल से राज्यसभा सांसद डोला सेन तथा मंत्री मानस भुनिया घटनास्थल पर पहुंचे थे तथा स्थिति का जायजा लिया था।