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नहीं खुली दुकानें, बाजार, शापिंग माल
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बंद के बाद भी लोगों का लगा रहा आना-जाना
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डीसीपी अखिलेश्वर सिंह ने कहा-जरूरतमंद को दिया जाएगा कमिश्नरेट ऑफ पुलिस का पास
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डीसीपी ने कोरोना वायरस से बचने के लिए घरों में रहने की दी सलाह
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बेवजह घुमते पकड़े जाने पर होगी कार्रवाई
साभार-शैलेश वर्मा
कटक. जनता कर्फ्यू के बाद कोरोना वायरस पर अंकुश लगाने एवं लोगों को सुरक्षित रखने के लिए राज्य सरकार की ओर से घोषित लॉकडाउन के दूसरे दिन कटक में बाजार दुकानें बंद रहीं. हालांकि जरूरत के हिसाब से लोगों को अपने घर से निकलने की कुछ छूट दी गयी है, जिसमें वे मेडिकल, बैंक, ग्रॉसरी दुकान, सब्जी आदि की खरीदारी कर सकते हैं. आज इन सभी चीजों की ही दुकानें खुली रहीं, शेष बंद रहीं. कटक में लॉकडाउन के दौरान सभी स्थान के सभी दुकानें बंद नजर आईं. जगह-जगह पर प्रशासनिक व्यवस्था तंदुरुस्त देखी गई. इधर-उधर घूमने वाले लोगों को रोककर पुलिस बल ने समझा-बुझाकर घर को वापस भेजा और कहा कि अति आवश्यक होने पर ही घर से निकले.
कटक के डीसीपी अखिलेश्वर सिंह ने लॉकडाउन के दौरान सभी जगह निरीक्षण करते देखे गए और उन्होंने कहा कि जो लोगों को अति आवश्यक है उसमें मेडिकल, बैंक, पेट्रोल कर्मचारी, मीडिया आदि को पास जारी किया जाएगा और उस पास को दिखाकर ही वे आगे जा सकते हैं.
उन्होंने यहां तक कहा कि लॉकडाउन के दौरान बिना काम के घूमते पकड़े जाने पर गाड़ी का चालान भी किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर प्राथमिक भी दर्ज की जाएगी. कुछ वाहन चालकों को पकड़े जाने पर पूछे जाने पर उसकी झूठ पकड़ में आई, जिसका कोई काम नहीं था. वे फालतू के सड़कों पर घूमते नजर आ रहे थे. हालांकि प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किया गया था. जगह-जगह पर वाहन चालकों को रोककर उससे पूछा गया कि कहां जा रहे हैं और क्या काम है. संतोषजनक जवाब के बाद ही उन्हें छोड़ा जा रहा था.
डीसीपी अखिलेश्वर सिंह ने कटक शहरवासियों से अनुरोध किया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए अपने घर में रहें और अति आवश्यक जरूरत पड़ने पर ही घर से निकले.