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पार्सल कार्यालय भी रहेगा बंद
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आरक्षित टिकटों के रद्दकरण के लिए रेलवे की उदारीकृत योजना शुरू
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टिकट रद्दकरण के लिए 30 दिनों का समय मिलेगा
भुवनेश्वर. कोराना वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए 31 मार्च तक सभी ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गयी हैं. इसी क्रम में विभिन्न स्टेशनों पर सभी यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) एवं अनारक्षित टिकट प्रणाली (यूटीएस) काउंटर के साथ-साथ पार्सल/लगेज कार्यालय को भी 31 मार्च की आधी रात तक के लिए बंद कर दिया गया है. इस दौरान पूर्व तट रेलवे सभी पीआरएस, यूटीएस, टिकट चेकिंग, पार्सल/लगेज कर्मचारियों को रिकार्ड से जुड़े कार्यालय संबंधी कार्य एवं अन्य कार्यों हेतु लगायेगा. चूंकि यात्री आरक्षण काउंटर 31 मार्च तक के लिए बंद हैं, अतः यात्रियों को सलाह दी गयी है कि वे अपने टिकटों के रद्दकरण को लेकर बिल्कुल न घबरायें एवं इसके लिए उदारीकृत वापसी नियमों की सुविधा का उपयोग करें. टिकट वापसी नियमों को उदारीकृत कर दिया गया है. इसके तहत यात्री पीआरएस काउंटर से खरीदे गये टिकटों की पूरी वापसी अब 21 जून, 2020 तक पा सकते हैं. टिकट वापसी के लिए पूर्व के तीन दिनों के बदले में उदारीकृत योजना के तहत यात्रियों को 30 दिनों का समय दिया जा रहा है. इसके अलावा वैसे यात्री जिन्होंने स्वयं अपनी यात्री रद्द कर दी है, उनके लिए भी टिकट जमा रसीद (टीडीआर) प्राप्त करने के लिए उदारीकृत योजना के तहत यात्रा रद्द करने की तिथि से 30 दिनों का समय मिलेगा. वहीं रकम वापसी के लिए इस रसीद को दावा कार्यालय में जमा करने के लिए टीडीआर प्राप्ति से 60 दिनों का समय मिलेगा. इससे पहले टीडीआर प्राप्त करने के लिए तीन दिन और दावा कार्यालय में जमा करने के लिए 10 दिनों का ही समय मिलता था. इसके अलावा यात्री आईआरसीटीसी की वेबसाइट के माध्यम से टिकट बुक कराने के लिए ई-टिकट सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं.