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कोरोना मुकाबला के लिए राज्य सरकार ने छह विभागों को क्रिटिकल घोषित किया

  • – नौ विभागों को आंशिक क्रिटिकल के रुप में किया चिह्नित

  • – 25 नान क्रिटिकल विभाग के कर्मचारियों को आफिस आने पर रोक

भुवनेश्वर. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए उठाये जा रहे कदम के तहत राज्य सरकार ने अपने 25 विभागों के कर्मचारियों को कार्यालय में न आने के लिए कहा है. इन विभागों के कर्मचारियों को आफिस न आने के लिए कहे जाने के साथ-साथ उन्हें किसी भी समय नोटिस मिलने पर तत्काल आफिस आने के लिए तैयार रहने के लिए भी कहा गया है. अपने विभाग के किसी भी कार्य को लेकर उन्हें फोन के जरिये निरीक्षण करने के लिए कहा गया है. रविवार को राज्य सरकार की ओर से संशोधित निर्देश में यह बात कही गई है.

राज्य सरकार ने कोरोना से मुकाबले के लिए पांच विभागों को क्रिटिटल व 16 विभागों को आंशिक क्रिटिकल तथा 18 विभागों को नान क्रिटिकल के रुप में घोषित किया था. रविवार को अपने निर्देश में परिवर्तन करते हुए राज्य सरकार ने छह विभागों को क्रिटिकल विभाग के रुप में चिह्नित करने के साथ-साथ नौ विभागों को आंशिक क्रिटिकल वर्ग में शामिल किया है. शेष 25 विभागों को नान क्रिटिकल विभाग के रुप में चिह्नित किया है.

राज्य सरकार के नवीनतम निर्देशनामा के अनुसार, खाद्य आपूर्ति, उपभोक्ता कल्याण, साधारण प्रशासन, गृह निर्माण, शहरी विकास, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण, गृह, विशेष राहत कमिश्नर व ओसडमा को क्रिटिकल वर्ग में शामिल किया गया है. इन विभागों के समस्त कर्मचारियों  व अधिकारियों  कार्यालय में उपस्थित रहने के लिए कहा गया है.

इसी तरह वाणिज्य व परिवहन, इलेक्ट्रोनिक्स व आईटी, ऊर्जा, वित्त, सूचना व लोकसंपर्क,, पंचायतीराज, राजस्व, अनुसूचित जाति व जनजाति कल्याण विभाग व लोक निर्माण विभाग को आंशिक क्रिटिकल विभाग के रुप में वर्गीकृत किया गया है. इसके  अलावा कृषि, सहकारिता, आवकारी, जंगल व पर्यावरण, हैंडलूम, उच्च शिक्षा, विधि, श्रम, उद्योग एमएसएमई, ईएसआई, एमएसएमई, महिला व शिशु कल्याण, विज्ञान व तकनीकी, स्कील डेवलेपमेंट, खेल. युवा मामलों, इस्पात, खान, जल संपदा व विद्यालय व जनशिक्षा आदि 25 विभागों को नान क्रिटिकल विभाग के रुप में चिह्नित किया गया है.

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