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ओडिशा के 11 विभाग और जिलाधिकारी हाई अलर्ट पर
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एनडीआरएफ की 17 और ओड्राफ की 20 टीमों को तैयार
भुवनेश्वर। संभावित चक्रवात मोचा को लेकर राज्य के 18 जिलों में कंट्रोल रूम तैयार कर लिया गया है। यह जानकारी आज यहां राज्य के विशेष राहत आयुक्त सत्यब्रत साहू ने कहा कि 18 जिलों के जिलाधिकारियों से चर्चा कर कंट्रोल रूम तैयार कर लिया गया है। उन्होंने कहा किसी भी संभावित परिस्थितियों से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 17 और ओड्राफ की 20 टीमों को तैयार रखा गया है।
संभावित चक्रवात को लेकर ओडिशा सरकार ने किसी भी आपातकालीन स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए 11 विभागों और जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट मोड पर रखा है। मीडिया को यह जानकारी देते हुए विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) सत्यब्रत साहू ने आज कहा कि ग्रीष्मकालीन चक्रवात हमेशा अप्रत्याशित होते हैं। हालांकि, घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं, क्योंकि मई का महीना चक्रवातों से ग्रस्त है।
साहू ने कहा कि हम अन्य मॉडलों द्वारा पूर्वानुमान के बारे में चिंतित नहीं हैं, बल्कि हम आईएमडी के पूर्वानुमान पर जोर दे रहे हैं, क्योंकि उन्होंने अभी तक चक्रवात के बारे में कोई पूर्वानुमान नहीं लगाया है। उन्होंने कहा कि तूफान आने की स्थिति में ओड्राफ, एनडीआरएफ व अग्निशमन संस्थाओं को तैयार रहने के लिए कहा गया है। सोमवार से 24 घंटों का नियंत्रण कक्ष सेवा शुरू किया गया है। अधिकारी 24 घंटे तक कंट्रोल रूम में रहने के साथ-साथ प्रत्येक सूचना रखेंगे। इसके साथ-साथ जिलाधिकारियों को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया है। तूफान आश्रय स्थलों को तैयार रखने के लिए कहा गया है। आवश्यक होने पर स्कूल के भवनों का भी इस्तेमाल इसके लिए किया जा सकता है। इसलिए स्कूल के भवनों को भी तैयार रखने के निर्देश दिया गया है।
इस बैठक में राज्य के मुख्य सचिव प्रदीप्त जेना, पुलिस महानिदेशक सुनील बंसल व अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।