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ओबीसी सर्वेक्षण कराने वाला बिहार के बाद ओडिशा देश का दूसरा राज्य
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ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से हो रहा है कि सर्वे
भुवनेश्वर। ओडिशा में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का बहुप्रतीक्षित सर्वेक्षण सोमवार को शुरू हुआ और यह 27 मई तक चलेगा। सर्वेक्षण ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जाएगा। ओबीसी सर्वेक्षण कराने वाला बिहार के बाद ओडिशा देश का दूसरा राज्य है।
ऑफलाइन मोड में आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में स्थापित किए जाने वाले सर्वेक्षण केंद्र पर परिवार के मुखिया या कोई वरिष्ठ व्यक्ति परिवार का डाटा उपलब्ध करा सकता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व शिक्षक प्रगणक के रूप में तैनात रहेंगे। इसके अलावा, लोग आवश्यक भुगतान करके ‘मो सेवा केंद्र’ में अपना विवरण दर्ज कर सकते हैं।
ऑनलाइन मोड में, वे ओबीसी आयोग की वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट ओबीसीबीसी डॉट ओडिशा डॉट जीओवी डॉट इन पर अपना डेटा अपलोड कर सकते हैं। सामाजिक और शैक्षिक पहलुओं से संबंधित सवालों के अलावा, उन्हें अपने राशन और आधार कार्ड या अपने परिवार के सदस्यों के मतदाता पहचान पत्र का विवरण देने के लिए कहा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बिना राशन कार्ड वाले ओबीसी परिवार भी अपना विवरण सर्वेक्षण केंद्रों पर जमा करा सकते हैं। सर्वेक्षण केन्द्र सभी कार्य दिवसों में प्रातः 10.00 बजे से सायं 5.00 बजे तक खुले रहेंगे।
राज्यभर में कोई भी सर्वेक्षण से छूट न जाए, इसके लिए 20 मई तक ओबीसी समुदायों की सामाजिक और शैक्षिक स्थितियों को एकत्र किया गया था।
सर्वेक्षण के दौरान राज्य सरकार द्वारा सूचीबद्ध 208 ओबीसी समुदायों की सामाजिक और शैक्षणिक स्थिति का आकलन किया जाएगा। यह सर्वेक्षण ओडिशा राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा राज्य के सभी 314 ब्लॉकों और 114 यूएलबी क्षेत्रों में किया जाएगा।
राज्य सरकार ने 16 मार्च को इसके लिए अधिसूचना जारी की थी।