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साले ने लगाया हत्या का आरोप
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नर्सिंग होम के केबिन में सुरक्षा के नहीं थे उपाय
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बुर्ला पुलिस ने मामले की जांच आरंभ किया
संबलपुर। बुर्ला स्थित गुप्ता नर्सिंग होम के केबिन में आग लगने से एक मरीज की मौत का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मृतक का नाम दीपक अग्रवाल बताया गया है तथा वह बुर्ला का ही रहनेवाला था। मिली जानकारी के अनुसार दीपक अग्रवाल लीवर सिरोसीस बीमारी से ग्रस्त था। पिछले एक सप्ताह से उसका इलाज गुप्ता नर्सिंग होम में चल रहा था। गुरूवार की रात 11 बजे दीपक की पत्नी नर्सिंग होम से वापस अपने घर लौटी थी। परिवार के अन्य सदस्य किन्तु उस दौरान नर्सिग होम में उपस्थित थे। उनके अनुसार रात तीन बजे के आसपास दीपक की मौत हो गई। जिसके कुछ समय बाद ही उस केबिन के एसी में शॉर्ट सर्किट हो गया। दीपक का मृत शरीर उसके चपेट में आ गया और बुरी तरह जल गया। सुबह जब दीपक का साला संजय अग्रवाल (भटली निवासी) वहा पहुंचा तो, परिवार के सदस्यों ने उसे अपने जीजा के लाश के पास जाने नहीं दिया। जब संजय को शंका हुई तो उसने बुर्ला थाना जाकर शिकायत दर्ज करा दिया। पुलिस को सौंपे अपनी शिकायत में उसने कहा है कि एक सोची समझी साजिश के तहत उसके जीजा को अस्पताल के केबिन में जलाकर मार दिया गया है। बताया जाता है कि उस शिकायत के आधार पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है और मामले की छानबीन की जा रही है। यहांपर सवाल यह पैदा होता है कि गुप्ता नर्सिंग होम शहर के नामी नर्सिंग होम में शुमार है। इलाज के एवज में नर्सिंग होम में मरीजों से अच्छी खासी रकम वसूल की जाती है। इसके बावजूद मरीजों के केबिन में सुरक्षा का कोई उपाय नहीं, यह निश्चित तौरपर आमलोगों को अचंभित करता है। मामले की निष्पक्ष जांच किए जानेपर कई चौंकानेवाला तथ्य सामने आ सकता है। बुर्ला थाना प्रभारी विभूति भूषण भोई ने बताया कि गुरूवार देर रात दीपक की मौत हो गई थी। चूंकी परिवार के लोगों ने कहा था कि शव सुबह लेंगे, इसलिए शव को नर्सिंग होम के केबिन में रख दिया गया था। रात तीन बजे उस केबिन में शॉर्ट सर्किट हुई और आग लग गया। जिसके चपेट में आकर दीपक के शरीर का कुछ हिस्सा जल गया। इसके बावजूद पुलिस इस मामले पर गंभीरता से पड़ताल कर रही है। खबर लिखे जानेतक पुलिस की कार्रवाई जारी थी, तथा मामले पर छाया धूंध छंट नहीं पाया था।