भुवनेश्वर। केन्द्र सरकार के नई शिक्षा नीति के तहत स्थानीय मांग के अनुसार बच्चों को कौशल प्रदान किया जाएगा। यह जानकारी शुक्रवार को यहां केन्द्रीय शिक्षा सचिव संजय कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। उन्होंने कहा कि बच्चों के कौशल को विकसित करने के लिए स्थानीय मांग अर्थात उद्योग और व्यापारिक गतिविधियों को ध्यान में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए स्थानीय मांग के अनुसार ही पाठ्यक्रम को तैयार किया जाएगा। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए संजय कुमार ने कहा कि शिक्षा के साथ कौशल को जोड़ने के बाद बच्चों पर किताबों का बोझ नहीं बढ़ेगा। कक्षा 6 से ही बच्चों को एक लक्ष्य के अनुसार शिक्षा प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही बच्चों को प्रेक्टिकल अनुभव मिलेगा। इससे वे कौशल के क्षेत्र में परिस्थितियों से जुझने में सक्षम होंगे। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा व्यवस्था सीखने पर आधारित होगी। हालांकि इसे क्रियान्वित करने और इसके लिए पाठ्यक्रम को तैयार करने के लिए अभी काफी वक्त लगेगा लेकिन इसका क्रियान्वयन एक नई क्रांति लाने का काम करेगा।
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