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पश्चिम ओडिशा में नहीं खुले व्यवसायिक प्रतिष्ठान
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बंद को सफल बनाने के लिए विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे
भुवनेश्वर। संबलपुर में हनुमान जयंती मनाने के दौरान हुई हिंसा तथा इस मामले में प्रशासन की निष्क्रियता के खिलाफ विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल द्वारा पश्चिम ओडिशा तथा अविभाज्य कोरापुट के चार जिलों में आहूत 12 घंटे का बंद का काफी असरदार दिखा। बंद के दौरान सबकुछ शांतिपूर्ण रहा। इस आंदोलन को भारतीय जनता पार्टी ने भी समर्थन करने की घोषणा की थी। आवश्यक सेवाओं को इस बंद के दायरे से बाहर रखा गया था। बंद के कारण अनेक स्थानों पर वाहनों का यातायात बाधित रहा तथा अनेक जिलों में दुकानें व व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। बंद को सफल बनाने के लिए विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों व चौराहों पर पहुंच कर पिकेटिंग करते दिखे।
बंद के कारण कलाहांडी जिले के मुख्यालय भवानीपाटना में दुकानें व बाजार बंद रहे। शहर में वाहनों की आवाजाही भी बाधित रही। विभिन्न चौकों पर कार्यकर्ता सुबह से पहुंच कर लोगों को समझाते दिखे। देवगढ़ जिले में भी बंद का असर दिखा। यहां भी विहिप के कार्यकर्ता सुबह से ही बंद को सफल बनाने के लिए जुटे थे।
मालकानगिरि जिले में मालकानगिरि जिला मुख्यालय के साथ-साथ माथिली, पडिया, चित्रोकोंडा, खइरपुट, बालिमेला, कालिमेला, एमवी 79, मोटू इलाके में बंद शांतिपूर्ण रहा।
बौध जिले में भी बंद सफल रहा। समस्त सरकारी, निजी कार्यालय, दुकान, व व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। विहिप कार्यकर्ताओं ने 57 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरोध कर दिया था, जिससे सैकड़ों की संख्या में वाहन फंसे हुए थे। जिले के मनुमुंडा, कंटामाल, पुराना कटक, चारिचौक आदि इलाकों में भी बंद असरदार दिखा।
कोरापुट, रायगड़ा, नवरंगपुर जिले में भी बंद का असर देखने को मिला है। विश्व हिन्दू परिषद ने जिन जिलों में बंद का आह्वान किया था, उनमें सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, देवगढ़, संबलपुर, बरगढ़, बौध, सोनपुर, बलांगीर, नुआपड़ा, कलाहांडी शामिल थे। इसके साथ-साथ अविभाज्य कोरापुट के चार जिले कोरापुट, रायगड़ा, नवरंगपुर व मालकानगिरि में भी बंद का आह्वान किया गया था।