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नीति-निर्माताओं ने सतत विकास और विकास को सुनिश्चित करने में युवाओं की भूमिका पर जोर दिया
भुवनेश्वर। कीट डीयू में जी-20 के तत्वावधान में शुक्रवार को दो दिवसीय वाई-20 परामर्श कार्यक्रम शुरू हुआ। इस उद्घाटन समारोह में एक समृद्ध और शांतिपूर्ण समाज के निर्माण में युवाओं की महत्त्वपूर्ण भूमिका को स्पष्ट करने के लिए दुनियाभर के नीति निर्माता एकत्रित हुए। कार्यक्रम में कीट और कीस के संस्थापक प्रो. अच्युत सामंत ने आगत सभी का स्वागत और अभिनंदन किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण, और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री, भारत सरकार, अश्विनी कुमार चौबे ने किया, जिन्होंने 21वीं सदी में युवा पीढ़ी को स्वामी विवेकानंद के जीवन और सिद्धांतों का अनुकरण करने और भारत को अग्रणी बनाने का प्रयास करने के लिए अपने सारगर्भित वक्तव्य द्वारा प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर चौबे ने जोर देते हुए कहा कि युवा इस महान राष्ट्र का भविष्य निर्माता हैं। विकास प्रक्रिया में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है जो समाज में शांति और समृद्धि लाएगी। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में कीट और उसके छात्रों की उपलब्धियों की भी सराहना की। वाई-20 परामर्श भारत और जी-20 देशों के छात्रों, शिक्षकों, व्यापारिक नेताओं और आध्यात्मिक नेताओं को एक साथ लाया। मंच ने युवाओं को वैश्विक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, विचारों का आदान-प्रदान करने, नवीन विचारों को साझा करने, चर्चाओं और वार्ताओं में शामिल होने और आम सहमति तक पहुंचने के लिए एक मंच प्रदान किया।
इस विचार-विमर्श के परिणाम वर्ष के अंत में जी-20 बैठक में प्रस्तुत किए जाएंगे, जिसकी अध्यक्षता भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी करेंगे।
कार्यक्रम में ओडिशा सरकार के गृह, खेल और युवा सेवा राज्य मंत्री तुषारकांति बेहरा ने वाई-20 परामर्श के विषय “वसुधैव कुटुम्बकम” (दुनिया एक परिवार है) के महत्त्व पर प्रकाश डाला और युवाओं के आने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने युवाओं को एक साथ मिलकर सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और राष्ट्रीय अखंडता को बढ़ावा देने की दिशा में काम करने की आवश्यकता पर बल दिया।
बेहरा ने ओडिशा के युवाओं की खेल उपलब्धियों की भी सराहना की, उन्होंने उल्लेख किया कि ओडिशा के छह में से तीन छात्रों को यूएसए में नासा रोवर चैलेंज 2023 में भाग लेने के लिए चुना गया है।
यूथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स की केंद्रीय सचिव मीता राजीवलोचन ने कहा कि जैसा कि युवा विभिन्न तरीकों से भविष्य को आकार दे रहे हैं केवल 25 वर्षों में कीट को देश के शीर्ष संस्थानों में से एक में बदलने के लिए प्रो. सामंत का कार्य सराहनीय है। उन्होंने कहा कि विचार-विमर्श के परिणाम अगस्त में वाराणसी में आयोजित होने वाले वाई-20 शिखर सम्मेलन में प्रस्तुत किए जाएंगे।
वाई-20 के इस कार्यक्रम मैं वीरेंद्र शर्मा, यूके से संसद सदस्य, रॉबर्ट पिटेंजर, उत्तरी कैरोलिना के पूर्व अमेरिकी कांग्रेसी; डॉ. निक्लॉस सैमुअल गुगर, स्विट्जरलैंड से संसद सदस्य; रिकी केज, तीन बार के ग्रैमी पुरस्कार विजेता और कीट डीयू की कुलपति प्रो सस्मिता सामंत ने अपना अपना वक्तव्य दिया। कार्यक्रम के अंत में कीट डीयू के प्रो वाइस चांसलर सरनजीत सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।