-
सवाल किया कि राज्य का खुफिया विभाग क्या कर रहा था
सामल ने कहा कि इस घटना को काफी समय बीत जाने के बाद भी घटना पर मुख्यमंत्री का मुंह न खोलना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसमें पुलिस विभाग की गलती साफ-साफ दिख रही है। संवेदनशील इलाके में अधिक पुलिस बल तैनात करने के लिए पहले से प्रशासन के पास मांग की गई थी। प्रशासन ने इस पर क्यों ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने सवाल किया कि राज्य का खुफिया विभाग क्या कर रहा था। उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार है, यह प्रतीत नहीं हो रहा है। घटना के बाद प्रशासन धारा 144 लगा कर चुप बैठ गई है। मीडिया व सोशल मीडिया में कौन हमला कर रहा है तथा कहां से हमला हो रहा है उसकी फोटो स्पष्ट दिखाई दे रहा है। इसके बावजूद उन्हें क्यों नहीं गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्होंने सवाल किया क्या दंगाकारियों का बचाव करने के लिए सरकार व पुलिस पर क्या कोई दबाव है।
उन्होंने कहा कि इस हिंसा के बाद संबलपुर की जनता आतंकित है। हनुमान जय़ंती समन्वय समिति के कार्यकारी अध्यक्ष दामोदर कर अब भी गंभीर स्थिति में अस्पताल में चिकित्सारत हैं। कल हनुमान जयंती है। शांतिपूर्वक व सुरक्षित रुप से कैसे हनुमान जयंती पालन किया जा सकेगा, इसे लेकर राज्य सरकार आवश्यक कार्रवाई करे। यदि आवश्यक लगे तो केन्द्रीय फोर्स के लिए केन्द्र सरकार से अनुरोध करे। 24 घंटे के अंदर सभी आरोपितों को गिरफ्तार करे।