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भीषण गर्मी से मजदूरों के काम का समय बदला

  • सुबह 11 बजे से 3 बजे तक काम नहीं कराने का आदेश

  • राज्य में बढ़ती भीषण गर्मी से मुकाबला को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित

भुवनेश्वर। राज्य में बढ़ती हुई भीषण गर्मी को देखते हुए ओडिशा सरकार ने मजदूरों के काम का समय बदलने का आदेश जारी किया है। राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक मजदूरों से काम नहीं कराएं। यह आदेश आज यहां राज्य सरकार की ओर से भीषण गर्मी से निपटने को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में दिया गया है। राज्य में भयंकर गर्मी को देखते हुए राज्य सरकार ने पहले ही सभी विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्रों को 16 अप्रैल तक बंद कर रखने का आदेश जारी किया था। अब इसी तरह मजदूरों के काम करने का समय में भी परिवर्तन किया गया है। भयंकर गर्मी के समय दोपहर में श्रमिकों को किसी प्रकार के कार्य में शामिल ना कराने के लिए निर्देश दिया गया है। इसके साथ-साथ कार्यस्थल पर श्रमिकों के विश्राम करने के लिए अस्थाई आश्रय स्थल बनाने व पर्याप्त मात्रा में ठंड पेयजल और ओआरएस पैकेट रखने के लिए ठेकेदारों को निर्देश दिया गया है। लू लगने के कारण मौत होने संबंधित किसी प्रकार की शिकायत आने पर प्रशासनिक स्तर पर उसकी तुरंत जांच कर आपदा प्रबंधन से 50000 रुपये की राशि मृतक के परिवार के लोगों को देने की व्यवस्था की गई है।

उल्लेखनीय है कि राज्य में लगातार बढ़ रही भीषण गर्मी से मुकाबला करने के लिए आज राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की एक संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इस बैठक की अध्यक्षता राज्य के राजस्व व आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मलिक ने की। इस बैठक में विशेष राहत आयुक्त सत्यव्रत साहू, विभिन्न विभागों के सचिव, भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में ग्रीष्म प्रवाह से मुकाबला करने के लिए क्षेत्रीय स्तर पर व्यापक व्यवस्था करने का निर्णय किया गया है। लू लगने के कारण मौत को रोकने के लिए लोगों को आवश्यक कदम उठाने के हेतु जागरूक करने पर जोर दिया गया। बैठक में बताया गया कि ग्रामीण व शहरी इलाकों के सभी बाजारों, बस अड्डे. भीड़भाड़ वाले इलाकों में पेयजल सेवा केंद्रों की व्यवस्था की गई है। इसके साथ-साथ पानी की कमी वाले इलाकों में टैंकर के जरिए पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था करने के लिए निर्देश दिया गया है। सभी चांपाकल व पाइप के जरिए जलापूर्ति व्यवस्था को तुरंत मरम्मत कर उसे शत-प्रतिशत सही करने के लिए पंचायती राज व पेयजल आपूर्ति विभाग को निर्देश दिया गया है।

राज्य के सभी स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सालय में आवश्यक मात्रा में जीवन रक्षक दवाई रखने के लिए निर्देश दिया गया है। लू लगने के कारण आने वाले मरीजों के लिए अस्पतालों में विशेष बेड की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।

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