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प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने बीईओ और डीईओ को दिया निर्देश
मिश्र ने कहा कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र और शैक्षिक योग्यता प्रमाण पत्र जमा करने वाले कुल 300 शिक्षकों की पहचान की गई है और उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
इस बीच फर्जी शिक्षकों को पकड़ने के लिए एसओपी जारी कर दी गई है। बलांगीर जिले के साथ-साथ अन्य जिलों में भी फर्जी शिक्षक हैं। उन्होंने कहा कि जब राज्य के बाहर के प्रमाणपत्रों की बात आती है, तो तुलनात्मक रूप से अधिक समय की आवश्यकता होती है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले स्कूल एवं जन शिक्षा विभाग के मंत्री समीर दाश ने कहा था कि राज्य के शिक्षा विभाग को फर्जी प्रमाण पत्र के आरोपों की जांच के लिए दूसरे राज्यों में जाने की जरूरत नहीं है।
बलांगीर फर्जी सर्टिफिकेट रैकेट की जांच के लिए दूसरे राज्यों में जाने की तैयारी कर रही क्राइम ब्रांच की पांच सदस्यीय टीम की पृष्ठभूमि में दाश ने ऐसा कहा था।