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राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार में ओडिशा का डंका बजा 

  •  राज्य ने हासिल किए कुल आठ पुरस्कार

  • गंजाम के खाते में छह पुरस्कार, जबकि दो सुंदरगढ़ जिले में मिला

  •  गंजाम जिला परिषद और हिंजिलीकाटु प्रखंड देश में नंबर पर

ब्रह्मपुर। राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार-2022 ओडिशा राज्य ने अपना डंका बजाया है। राज्य को कुल आठ पुरस्कार मिले हैं, जिसमें से साथ छह पुरस्कार गंजाम जिले को मिले हैं, जबकि दो पुरस्कार सुंदरगढ़ जिले के खाते में गया है।

गंजाम जिला ने एक बार फिर ओडिशा का नाम रौशन किया है। राज्य के लिए यह गर्व का क्षण है कि स्वस्थ ग्राम पंचायत के मामले में गंजाम जिला परिषद के साथ-साथ हिंजिलीकाटु ब्लॉक ने प्रदर्शन के आधार पर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया। दोनों को नानाजी देशमुख सर्वोत्तम पंचायत सतत विकास पुरस्कार श्रेणी के तहत सम्मानित किया गया। इसके अलावा, अन्य ग्राम पंचायतों को भी विभिन्न विषयों के तहत राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। कुल मिलाकर, ओडिशा को राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2022 के तहत 8 पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जो किसी राज्य के लिए सर्वोच्च पुरस्कार हैं।

इन पुरस्कारों में आकर्षक नकद पुरस्कार भी दिए जाते हैं। इसके अनुसार, गंजाम को 5 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे और हिंजिलीकाटु ब्लॉक 2 करोड़ तथा ग्राम पंचायतों को 50-75 लाख रुपये का नकद बतौर पुरस्कार भी मिलेंगे।

ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा 17 अप्रैल को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में प्रदान किए जाएंगे।

पंचायती राज संस्थाओं द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों को मान्यता देने के साथ-साथ उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा एक पुरस्कार योजना शुरू की गई है।

इस योजना के तहत नौ पहचाने गए विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए विभिन्न प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के तहत सेवाओं और सार्वजनिक वस्तुओं के वितरण में सुधार के लिए उनके अच्छे काम की मान्यता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली पंचायतों (जिला परिषदों, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायत) को ‘राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार’ दिए जाते हैं।

सतत विकास लक्ष्यों के ये नौ स्थानीयकरण विषय इस प्रकार हैं- गरीबी मुक्त और बढ़ी हुई आजीविका, स्वस्थ, बाल अनुकूल, जल पर्याप्त, स्वच्छ और हरित पंचायत, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा, सामाजिक रूप से सुरक्षित, सुशासन और महिलाओं के अनुकूल। इसके अलावा, कार्बन न्यूट्रल और ग्राम ऊर्जा स्वराज पुरस्कार (पंचायतों के लिए) के लिए विशेष श्रेणी पुरस्कार भी स्थापित किए गए। 9 विषयों के साथ-साथ क्षेत्र सत्यापन के तहत 113 मापदंडों के आधार पर विस्तृत मूल्यांकन के बाद पुरस्कारों को अंतिम रूप दिया गया। इसमें

गंजाम जिला परिषद और हिंजिलीकाटु ग्राम पंचायत को देश में पहला स्थान मिला है। इन्हें पुरस्कार के रूप में क्रमशः पांच करोड़ और दो करोड़ रुपये मिलेंगे। इसके साथ ही स्वास्थ

ग्राम पंचायत अवार्ड में कंचुरू ग्राम पंचायत, हिंजिलीकाटु को दूसरा रैंक मिला है। इसे 75 लाख रुपये पुरस्कार के रूप में मिलेंगे। इसके साथ साफ-सुथरा के मामले में सासन अंबागां को भी दूसरा रैंक मिला है। इसे 75 लाख रुपये मिलेंगे। स्वस्थ तथा हराभरा में कुलंदा ग्राम पंचायत, भंजनगर को दूसरा रैंक हासिल हुआ है। इसे भी पुरस्कार के रूप में 75 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ-साथ कार्बन नेचुरल विशेष पंचायत में विशेष अवार्ड में गंजाम के पात्रपुर के आंकुली ग्राम पंचायत को दूसरा रैंक हासिल हुआ है। इसे 75 लाख रुपये दिए जाएंगे। सामाजिक सुरक्षा के मामले में सुंदरगढ़ जिले के बणईगढ़ ग्राम पंचायत को विशेष सम्मान में तीसरा रैंक मिला है। इसे 50 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही बणईगढ़ को एक प्रमाणपत्र से भी सम्मानित किया जाएगा।

गंजाम जिले के जिलाधिकारी दिव्यज्योति परिडा और जिला परिषद के विकास अधिकारी वी कृतिवासन ने जिला के हर नागरिक तथा प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों को इसकी शुभकामनाएं दी हैं तथा कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के मार्गदर्शन में सबके सहयोग से यह उपलब्धि हासिल हुई है। 

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