-
नालों का कचरे ने फैलाई बदबू
-
निचले इलाकों में जमे पानी से आवागम बाधित
भुवनेश्वर। बेमौसम बारिश के कारण ओडिशा की राजधानी तथा स्मार्ट सिटी भुवनेश्वर में जनजीवन को बेहाल कर दिया है। बारिश के कारण सड़कों पर पानी जम गया तथा नालों का कचरा इधर-उधर फैल गया। नाले के कचरे से दुर्गंध आ रही थी।
आज बारिश के कारण कटक-पुरी रोड पर स्टेशन के पास, लक्ष्मीसागर चौक और बोमीखाल इलाके में पानी जमा होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं नाले में उफान के कारण उसमे की गंदगी सड़कों पर फैल गया, जिससे दुर्गंध आ रही है। इसके साथ ही राजधानी में विभिन्न निचले इलाकों में पानी ठहरा था।
अगले चार दिनों तक होगी बारिश
ओडिशा में कम से कम 14 जिलों में अगले चार दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की क्षेत्रीय कार्यालय ने आज यह जानकारी दी। मौसम विभाग के अनुसार, बालेश्वर, भद्रक, मयूरभंज, केंद्रापड़ा, जाजपुर, केंदुझर, ढेंकानाल, नुआपड़ा, कलाहांडी, नवरंगपुर, रायगड़ा, कोरापुट, मालकानगिरि और कटक जिले में विभिन्न स्थानों पर बिजली गिरने के साथ बारिश और आंधी के लिए एक पीली चेतावनी जारी की। अनुगूल जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 24 से 28 मार्च तक पश्चिमी विक्षोभ के कारण ओडिशा में और बारिश होने की संभावना है।
तेज हवाएं चलेंगी
मौसम विभाग के अनुसार, 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। राज्य के तटीय क्षेत्रों सहित दक्षिण और उत्तर ओडिशा के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। बुधवार से दिन का तापमान बढ़ने और सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की संभावना है।
बारिश के साथ ओलावृष्टि से फसलें प्रभावित
राजधानी भुवनेश्वर, खुर्दा, कटक, बालेश्वर और बलांगीर सहित राज्य के विभिन्न स्थानों में सोमवार को बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। भद्रक, रायगड़ा और कलाहांडी जिलों में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि के साथ बारिश और गरज के साथ बारिश ने खड़ी फसलों को तबाह कर दिया। नुकसान सबसे ज्यादा रायगड़ा के काशीपुर प्रखंड में हुआ, जहां मक्का, टमाटर, फूलगोभी, पत्तागोभी, धनिया आदि सब्जियों की फसल कटने को तैयार थी, लेकिन मौसम के बदले मिजाज ने किसानों के अरमानों को करारा झटका दिया।
प्याज के किसान सबसे ज्यादा प्रभावित
कलाहांडी जिले के कोकसारा ब्लॉक में किसानों की स्थिति काशीपुर की तरह ही है, क्योंकि यहां ओलावृष्टि से फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है। प्याज के किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। उन्हें डर है कि उनकी उपज गीली मिट्टी में सड़ने लगी है।
भद्रक में खेतों में पानी जमा
भद्रक जिले के बासुदेवपुर ब्लॉक के खेतों में अभी भी पानी भरा हुआ है। बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है, क्योंकि वे बेमौसम बारिश के कारण फसलों में लगने वाली बीमारी से जूझ रहे हैं।