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25 मार्च को जनता मैदान में होगा विशाल जनजाति सम्मेलन
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जनजाति सुरक्षा मंच ने किया आंदोलन का ऐलान
भुवनेश्वर। धर्मांतरित हो गये लोगों को अनुसूचित जनजाति की सूची से बाहर करने की मांग को लेकर भुवनेश्वर में एक विशाल जनजातीय रैली का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रदेश भर से हजारों की संख्या में जनजातीय समाज के लोग शामिल होंगे। भुवनेश्वर के जनता मैदान में एक विशाल जनजाति रैली का आयोजन होगा। जनजाति सुरक्षा मंच द्वारा एक पत्रकार सम्मेलन में यह जानकारी दी गई।
इस पत्रकार सम्मेलन में जनजातीय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री पीस सूर्यनारायण, जनजाति सुरक्षा मंच के प्रांत संयोजक शक्ति दयाल किसकु और जनजाति सुरक्षा मंत्री के केंद्रीय समिति के सदस्य पवित्र कुमार कहँर उपस्थित थे।
उन्होंने बताया कि इस रैली में प्रत्येक जिले से जनजाति वर्ग के लोग अपने पारंपरिक वेशभूषा वह बाद यंत्र से सज्जित होकर शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि देश के संविधान में धारा 341 के अनुसार अनुसूचित जाति के लोग यदि कोई धर्मांतरित होता है, तो उसे आरक्षण की सुविधा नहीं मिलती, लेकिन धारा 342 के तहत अनुसूचित जनजाति लोगों के लिए यह नियम लागू नहीं है। इस कारण मतांतरित होने के बाद भी ये लोग अल्पसंख्यक की सुविधा के साथ-साथ जनजाति वर्ग को मिलने वाली सुविधा इस प्रकार दोनों प्रकार के लाभ उठा रहे हैं। इस कारण मूल धर्म संस्कृति का अनुसरण करने वाले जनजाति वर्ग के नौकरी, छात्रवृत्ति व सरकारी अनुदान में हिस्सा मार रहे हैं। इससे मूल लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसी मांग को लेकर जनजाति सुरक्षा मंच पहले भी आंदोलन कर चुका है।
उन्होंने बताया कि साल 2009 में 28 लाख जनजाति लोगों का हस्ताक्षर लेकर एक ज्ञापन राष्ट्रपति को प्रदान किया गया था। इसी तरह साल 2020 में 288 जिलाधिकारियों के माध्यम से राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि साल 2021 में 207 जिलों में जनजाति रैलियों का आयोजन किया गया था। इसी तरह 2022 में इसी मुद्दे को लेकर 448 सांसदों से व्यक्तिगत मुलाकात कर उन्हें इस अभियान का समर्थन देने के लिए निवेदन किया गया था। उन्होंने कहा कि आगामी 25 को होने वाले इस जनजाति रैली में अखिल भारतीय अधिकारी व ओडिशा के जनजाति समाज के नेता संबोधित करेंगे।