Home / Odisha / ओडिशा में मार्च से मई तक भीषण गर्मी को लेकर चेतावनी
Heat भीषण गर्मी ##भीषण_गर्मी

ओडिशा में मार्च से मई तक भीषण गर्मी को लेकर चेतावनी

  •  अधिकतम तापमान 50 डिग्री तक पहुंचने की संभावना

  • मौसम विभाग ने राज्य में ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी की

भुवनेश्वर। ओडिशा में बढ़ते तापमान के बीच मौसम विभाग ने मार्च से मई महीने के बीच भीषण गर्मी को लेकर चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग की यदि मानें, तो राज्य में कुछ स्थानों पर अधिकतम तापमान 50 डिग्री तक पहुंच सकता है। बारिश नहीं होने के कारण गर्मी असहनीय हो सकती है। इसे लेकर राज्य में ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया गया है।

भुवनेश्वर स्थित भारतीय मौसम विज्ञान के क्षेत्रीय कार्यालय ने आज यह चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि इस अवधि के दौरान पूरे राज्य में अधिकतम तापमान (दिन का तापमान) 3 डिग्री सेल्सियस से 5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना है।

आईएमडी ने अनुमान लगाया है कि मार्च और मई के बीच दिन का तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। इससे ओडिशा के अधिकांश स्थानों पर भीषण गर्मी का अनुभव होगा। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि तापमान कम से कम 50 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही अनुगूल, सोनपुर, बौध, टिटिलागढ़, बलांगीर, संबलपुर, तालचेर, चांदबली, मालकानगिरि और राजधानी भुवनेश्वर में दिन का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। आईएमडी ने गर्मी के महीनों के दौरान विभिन्न जिलों के लिए ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग ने बताया है कि ओडिशा लंबे समय से बारिश से वंचित है और मार्च में बारिश की कोई संभावना नहीं है। इससे गर्मी अधिक असहनीय होगी।

आईएमडी ने आगे कहा कि बंगाल की खाड़ी में एक डिप्रेशन के गठन के साथ राज्य के विभिन्न हिस्सों में दिन के तापमान में वृद्धि होगी। बंगाल की खाड़ी से दक्षिणी हवाएं चलेंगी।

इधर, ओडिशा सरकार ने जिला सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों को एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्हें हीट स्ट्रेस डिसऑर्डर से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। इसे लेकर सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के अधीक्षकों, मुख्य जिला चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य अधिकारियों और नगर पालिकाओं के स्वास्थ्य अधिकारियों को सरकार ने एक पत्र लिखा है, जिसमें, ओडिशा लोक स्वास्थ्य निदेशालय ने उन्हें समुदाय में रुग्णता और मृत्यु दर को कम करने के लिए निवारक और उपचारात्मक उपायों की योजना बनाने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य केंद्रों को ओआरएस पैकेट और अन्य दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है। अस्पतालों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे बिस्तरों की संख्या, एयर कूलर, एयर-कंडीशनर रूम, रेफ्रिजरेटर और डीप-फ्रीज़र चालू हालत में और टेलीफोन की संख्या के बारे में विवरण प्रदान करें।

सरकार ने सभी अस्पतालों को आज से 15 जुलाई तक यह सुनिश्चित करने की सलाह दी है कि उनके नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे काम करते रहें।

Share this news

About desk

Check Also

धर्मेन्द्र प्रधान ने एमपी लैड के लिए संबलपुर को नोडल जिले के रुप में किया चयन

भुवनेश्वर। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री तथा संबलपुर से सांसद धर्मेन्द्र प्रधान ने अपने स्थानीय क्षेत्र विकास योजना …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *