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सोशल मीडिया पर वायरल हुए प्रश्नपत्र फर्जी – मंत्री
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बच्चों से इस पर विश्वासन नहीं करने का किया आग्रह
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कहा-जांच के लिए साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई है शिकायत
भुवनेश्वर। काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन (सीएचएसई) द्वारा आयोजित वार्षिक प्लस-टू की परीक्षा आज से शुरू होने के साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी प्रश्नपत्र वायरल होने लगे हैं। इसे लेकर राज्यभर के छात्र चिंतित हैं। हंगामे के बीच, स्कूल और जनशिक्षा मंत्री समीर रंजन दाश ने बुधवार को पुष्टि की कि इंटरनेट पर चल रहे प्रश्नपत्र फर्जी हैं और छात्रों से उन पर विश्वास न करने का आग्रह किया।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस संबंध में साइबर पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई गई है। उन्होंने कहा कि कुछ शरारती लोग छात्रों को ठगने और उससे कुछ पैसे कमाने के लिए नकली प्रश्न पत्र प्रसारित कर रहे हैं। मैं छात्रों से आग्रह करता हूं कि वे इस जाल में न फंसे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं प्लस-II परीक्षा प्रबंधन में भाग लेने के लिए 662 श्रेणी के शिक्षकों को धन्यवाद देना चाहता हूं। दाश ने बताया कि ओडिशा सरकार जल्द ही रिक्त शिक्षण और गैर-शिक्षण पदों को भरने के लिए एक मेगा भर्ती अभियान शुरू करेगी। इससे पहले कल सीएचएसई के परीक्षा नियंत्रक सीएचएसई अशोक कुमार नायक ने भी स्पष्ट किया था कि वायरल प्रश्न पत्र फर्जी हैं। उन्होंने कहा था कि
सोशल मीडिया पर चल रहे प्रश्नपत्र फर्जी हैं। छात्रों को उन पर विश्वास नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, कुछ लोग भोले-भाले छात्रों को निशाना बनाते थे और कुछ विषयों में अधिक अंक दिलाने का झांसा देकर उनसे लूटपाट करते थे। उनसे दूर रहो। हम इस तरह की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ साइबर थानों में शिकायत दर्ज कराएंगे।