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जलेश्वर-पुरी मेमू ट्रेन में अधिक बोगी लगाने की मांग
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रेलवे के चल रहे कामों को जल्द समाप्त करने के दिए गए निर्देश
बालेश्वर। खड़गपुर डीआरएम एमएस हसमी के साथ बालेश्वर सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र षाड़ंगी ने जिले में रेलवे विभाग की विभिन्न परियोजना कार्यों की समीक्षा करने के लिए आज विभिन्न रेलवे स्टेशनों का दौरा किया। सुबह डीआरएम बालेश्वर रेलवे स्टेशन पहुंचने पर उनका स्वागत किया गया। बाद में सांसद षाड़ंगी तकनीकी टीम के साथ सबसे पहले डीआरएम हाशमी द्वारा नीलगिरि गोपीनाथपुर में बन रहे नए रेलवे स्टेशन पर गए। गोपीनाथपुर रेलवे स्टेशन का काम अंतिम चरण में पहुंचने पर डीआरएम ने अधिकारियों को शेष बचे कार्यों को तत्काल पूरा करने का निर्देश दिया। यह काम पूरा होने के बाद अगले 15 दिनों में नए स्टेशन के उद्घाटन की तारीख तय करने का फैसला किया गया है।
बाद में डीआरएम ने उस रूट पर रेमुणा बडगांव में रेलवे के काम का जायजा लिया। वहां से बालेश्वर रेलवे स्टेशन पर वहां शुरू होने वाली नवीनतम रेल परियोजना के बारे में चर्चा हुई। नए रेलवे स्टेशन के लिए डीआरएम ने स्वीकृति के लिए बालेश्वर जिले की कला, संस्कृति और विरासत पर बने तीन मॉडल पर जानकारी दी। बताया जा रहा है कि विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। इसी तरह डीआरएम का ध्यान इस ओर दिलाया गया कि बालेश्वर स्टेशन पर एक फुट ओवरब्रिज लंबे समय से बंद पड़ा है। हालांकि, यह फुट ओवरब्रिज को हटा कर उस स्थान पर नया फुट ओवर ब्रिज बनाया जाएगा।
सांसद षाड़ंगी, डीआरएम व तकनीकी टीम ने हल्दीपाड़ा, रूपसा, राजघाट एवं जलेश्वर जाकर वहां चल रहे व होने वाले विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की। दौरे के दौरान खड़गपुर संभाग के वरिष्ठ अधिकारी, अभियंता और जिला भाजपा नेता उपस्थित थे। इसी तरह सांसद षाड़ंगी, स्थानीय नेतृत्व व विभिन्न संगठनों ने डीआरएम को अवगत कराकर बालेश्वर से गुजरने वाली कुछ ट्रेनों के पुन: संचालन, लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों के ठहराव और कोविद के दौरान अत्यधिक किराए के संबंध में तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया। इसी तरह सांसद ने बताया कि चूंकि जलेश्वर से पुरी मेमू ट्रेन में बड़ी संख्या में यात्री सफर करते हैं, इसलिए इसमें 4 से 5 कोच जोड़ने की मांग की गई है।