अंडों की सुरक्षा के लिए समुद्र तट पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पूरे समुद्र तट को 50 सेक्टरों में बांटा गया है और 150 से अधिक वन कर्मचारियों और स्वयंसेवकों को अंडों की सुरक्षा के लिए लगाया गया है। जंगली कुत्तों, गीदड़ों और अन्य शिकारियों के प्रवेश को रोकने के लिए पूरी साइट को घेर दिया गया है। पूरे समुद्र तट को सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया है।
गौरतलब है कि मादा कछुआ पहले रेत में गड्ढा खोदकर अंडे देती है। प्रत्येक मादा कछुआ लगभग 100 से 150 अंडे देती है। फिर वे समुद्र में वापस जाने से पहले गड्ढे को ढक देते हैं। मादा कछुए घोंसला बनाने के 40 से 50 दिन बाद बच्चों के निकलने का इंतजार नहीं करती हैं। यह एक दुर्लभ प्राकृतिक घटना है जहां बच्चे अपनी मां के बिना बड़े होते हैं।