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बालेश्वर में पुरुबाई कन्याश्रम की पांच छात्राएं पॉजिटिव मिली
बालेश्वर। जिले के सोरो में पुरुबाई कन्याश्रम में जापानी इंसेफेलाइटिस यानि दिमागी बुखार ने दस्तक देते हुए खतरे की घंटी बजा दी है। बताया जाता है कि उपचाराधीन आवासीय विद्यालय के 26 बच्चों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिनमें पांच सैंपल पॉजिटिव आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पांच प्रभावित छात्राओं को दो अन्य लड़कियों के साथ जिला मुख्यालय अस्पताल (डीएचएच) में स्थानांतरित कर दिया है।
सूत्रों ने बताया कि उनकी स्वास्थ्य स्थिति स्थिर बताई गई है। इससे पूर्व कल जनस्वास्थ्य निदेशक डॉ निरंजन मिश्र ने घटनास्थल का दौरा कर छात्राओं के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी।
बालेश्वर सहायक जिला चिकित्सा अधिकारी (एडीएमओ) मृत्युंजय मिश्र ने कहा कि 25 छात्राओं के नमूनों का परीक्षण किया गया था, जिसमें से पांच छात्रों की रिपोर्ट सकारात्मक आई है। उन्हें बालेश्वर अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। अन्य छात्राओं में लक्षण नहीं हैं, लेकिन वे निगरानी में हैं।
गौरतलब है कि कन्याश्रम की 10वीं कक्षा की एक छात्रा की मौत हो गई थी और 26 अन्य को दस्त और गंभीर सिरदर्द के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उल्लेखनीय है कि साल 2016 के सितंबर-नवंबर में ओडिशा के मालकानगिरि जिले से जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) और एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के गंभीर प्रकोप की सूचना मिली थी, जिसमें 103 की मौत हो गयी थी और 336 बच्चे प्रभावित हुए थे।
जापानी इंसेफेलाइटिस क्या है?
जापानी एन्सेफलाइटिस मच्छर के काटने से होने वाला एक वायरल दिमागी संक्रमण है।
यह वायरस डेंगू, पीला बुखार और वेस्ट नाइल वायरस के समान जीनस से संबंधित है।