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ओडिशा में संदिग्ध कोरोना मरीजों की पहचान करेंगे सरपंच, वार्ड मेम्बर, कार्पोरेटर, काउंसिलर एवं आवासीय वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यकर्ता
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राज्य सरकार ने किया सीओवीआईडी-19 रेगुलेशन 2020 में संशोधन
साभार-शेषनाथ राय
भुवनेश्वर. गांव एवं शहर में संदिग्ध कोरोना मरीजों की पहचान करने के लिए सरपंच, वार्ड मेम्बर, कार्पोरेटर, काउंसिलर, आवासीय वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं को क्षमता प्रदान की गई है. राज्य स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी किए गए ओड़िशा सीओवीआईडी-19 रेगुलेशन 2020 में संशोधन कर उसमें और दो धारा को जोड़ दिया गया है. नियमावली में संशोधन के साथ राज्य सरकार भी कोरोना वायरस से मुकाबला के लिए एक तकनीकी सलाहकार कमेटी गठन करने का निर्णय लिया गया है. यहां आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में इस संबन्ध जानकारी देते हुए राज्य उद्योग सचिव हेमन्त कुमार शर्मा ने कहा है कि महामारी कानून 1897 के प्रावधान के अनुसार ओडिशा सरकार ने जो रेगुलेसंस जारी किया हुआ था, उसमें संशोधन किया गया है. पंचायत स्तर पर सरपंच, पंचायत अधिकारी एवं वार्ड मेम्बर एवं शहरांचल में कार्पोरेटर, काउंसिलर एवं आवासीय कल्याण सोसाइटी के पदाधिकारियों को विशेष क्षमता दी गई है. वे अपने-अपने इलाके में विदेश से आने वाले व्यक्ति के बारे में स्थानीय बीडीओ एवं कार्यकारी अधिकारी को सूचना देंगे. वे इस सूचना को तुरन्त जिलाधीश एवं जनस्वास्थ्य निदेशक को देंगे. संदिग्ध व्यक्ति का नाम, उम्र, टेलीफोन नंबर, पता आदि सूचना संग्रह करने की बात नियमावली में उल्लेख की गई है. इसके अलावा जिन अधिकारियों को क्षमता दी गई है वे अपने-अपने इलाके में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लोगों की सभा समिति पर रोक लगाने का काम करेंगे. उसी तरह से राज्य सरकार को कोरोना वायरस से मुकाबला करने के लिए आवश्यक सलाह देने हेतु स्वास्थ्य विशेषज्ञ, वैज्ञानिक एवं डाक्टरों को लेकर बहुत जल्द एक तकनीकी सलाहकार कमेटी बनायी जाएगी. इस कमेटी में भुवनेश्वर एम्स के निदेशक, वरिष्ठ डाक्टर एवं वैज्ञानिकों को शामिल किया जाएगा. उसी तरह से राज्य सरकार कोरोना वायरस को आपदा सूची में शामिल कर लिया है, ऐसे में जिलाधीश, एसपी एवं अन्य जिला स्तर के वरिष्ठ अधिकारी को इसी आधार पर जरूरी कदम उठाने के लिए निर्देश दिया गया है. राज्य में मौजूद सभी मेडिकल को युद्ध स्तर पर साफ सुथरा रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं. इस अभियान को जल्द ही शुरू किया जाएगा. गौरतलब है कि अब तक राज्य में 141 कोरोना संदिग्ध होने की संभावना जतायी गई है. इसमें से 9 एससीबी मेडिकल अस्पताल में, दो बुर्ला मेडिकल कालेज अस्पताल एवं 4 भुवनेश्वर कैपिटल अस्पताल में भर्ती हैं. अन्य लोगों को होम आईसोलेशन व्यवस्था के तहत रखे जाने की जानकारी श्री शर्मा ने दी है.