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धान की खरीद के लिए राशि में 20 हजार करोड़ रुपये की कमी से किसान प्रभावित होंगे
भुवनेश्वर। केन्द्र सरकार ने इस बार के बजट में धान की खरीद के लिए राशि में 20 हजार करोड़ रुपये की कमी की है। इतनी भारी राशि कम किये जाने का सीधा असर किसानों पर होगा और वे अपने उपज पर न्यूनतम समर्थन मूल्य प्राप्त करने में असमर्थ होंगे। इससे धान की खरीद में भी कमी आयेगी। ओडिशा विशेष कर पश्चिम ओडिशा के किसानों को केन्द्र सरकार के इस निर्णय का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। बीजद के उपाध्यक्ष तथा पूर्व सांसद प्रसन्न आचार्य ने ये बातें कहीं।
उन्होंने बताया कि केन्द्रीय बजट में इसके लिए धनराशि में कमी करने के कारण केन्द्र सरकार एमएसपी के डेढ गुना नहीं करेगी। ओडिशा विधानसभा में सर्वसम्मति से धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य 2930 रुपये करने का प्रस्ताव पारित किया गया था। इस प्रस्ताव का लगातार केन्द्र सरकार अनदेखी कर रही है।
आचार्य ने कहा कि ओडिशा से धान की खरीद के लक्ष्य को भी कम कर दिया है। भारतीय खाद्य निगम प्रत्येक वर्ष 18 लाख मीट्रिक टन चावल उठाता रहा है, लेकिन 2022-23 में इसे कम कर 4 लाख टन किया है। केवल बरगढ़ जिला ही 4 लाख टन चावल उत्पादन करता है। ऐसे में राज्य के शेष 29 जिलों की स्थिति क्या होगी। वहां के किसान अपनी उपज का मूल्य कैसे प्राप्त कर सकेंगे।