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थाली में पारंपरिक व्यंजनों को बनाये रखने के लिए बच्चों को बर्गर-पिज्जा की जगह पौड़-पीठा खिलाने पर दिया जोर
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फूड पैकेजिंग पर राष्ट्रस्तरीय कार्यशाला आयोजित
भुवनेश्वर। थाली में पारंपरिक व्यंजनों को बनाये रखने के लिए नई पीढ़ी की स्वाद बदने की जरूरत है और बचपन से ही स्थानीय पारंपरिक व्यंजनों को खिलाने की जरूरत हैं।
हम अपने बच्चों को बरगढ़, पीजा की जगह ओड़िआ खाद्य पोड़-पीठा एवं अपने पारंपरिक खाद्य खिलाएं। इसके लिए हम अपने बच्चों को प्रेरित करें, तभी हमारे बच्चों को अपने पारंपरिक खाद्य के बारे में पता चलेगा और हमारे उद्योग भी विकसित होंगे। ये बातें ओडिशा सरकार के एमएसएमई विभाग के प्रधान सचिव शास्वत मिश्र ने कहीं। वह यहां राजधानी में
फोरम फॉर एंटरप्राइज डेवलपमेंट (फेड) भुवनेश्वर द्वारा केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय और ओडिशा सरकार के एमएसएमई विभाग के सहयोग से फूडपैकेजिंग आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाल को सम्बोधित करते हुए मिश्र ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पकड़ बनाने के लिए सबसे पहले हमारी फूड पैकेजिंग अच्छी होनी चाहिए, क्योंकि उपभोक्ता का पहला ध्यान पैकेजिंग पर जाता है और दूसरा हमारे खाद्य की गुणवत्ता। उन्होंने कहा कि फूड पैकेजिंग का काम शुरू करने से पहले आप लाइसेंस जरूर ले लें।
इस अवसर पर उद्योग विकास मंच, भुवनेश्वर के अध्यक्ष पंचानन दास ने कहा कि जब इडली-ढोसा पूरी दुनिया में चल सकता है, तो हमारे पारंपरिक खाद्य को भी दुनिया पसंद करेगी। हालांकि उन्होंने इसकी शुरूआत सबसे पहले अपने घर एवं अपने बच्चों से करने की सलाह दी है। हमारे पारंपरिक खाद्य चाहे वह पोड़-पीठा हो या फिर छेना-पोड़ हो, इसे विश्व दरबार में पहुंचाने के लिए हमें संकल्प करना होगा। इसके लिए हमें सभी का सहोयग चाहिए। उन्होंने कहा कि हम कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं करना चाहते हैं, मगर हमें परिणाम जरूर चाहिए। कार्यशाला में संयुक्त निदेशक तथा एमएसएमई डीएफओ कटक पीकेगुप्ता, भुवनेश्वर केवीआईसी के निदेशक समीर कुमार मोहंती, भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय के सचिव आईएएस बीबी स्वाईं प्रमुख ने अपने-अपने विचारों के लिए फूड पैकेजिंग से जुड़े उद्यमियों को प्रोत्साहित करते हुए पैकेजिंग की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरुआत द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इसके बाद पीके गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यशाला के दूसरे सत्र में सीएफटीआरआई, हैदराबाद के वैज्ञानिक डा एसवीएन विजयेंद्र ने फूड प्रसंस्करण क्षेत्र में फूड टेक्नालॉजी के प्रयोगों के बारे में प्रकाश डाला। इसके बाद कोलकाता आईआईपी के प्रमुख विधान दास ने आधुनिक पैकेजिंग तकनीकी को लेकर जानकारियां दी। इसके बाद पैकेजिंग सेक्टर से जुड़े अन्य लोगों ने अपनी प्रस्तुतियां देकर फूड पैकेजिंग की महत्ता पर प्रकाश डाला।