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अधिकांश जगहों पर अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी
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भुवनेश्वर में अधिकतम तापमान 32 डिग्री रहने की संभावना
भुवनेश्वर। ओडिशा में शुरुआती गर्मी के बीच ही इसका असर देखने को मिलने लगा है। बालेश्वर में कड़ी धूप में खड़ी 15 छात्राएं बीमार पड़ गयी हैं। इनमें से तीन की स्थिति स्थिर बतायी गयी है।
यहां भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि ओडिशा के अधिकांश स्थानों पर दिन का तापमान बढ़ रहा है। राज्य में मौसम शुष्क बनने तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा के दक्षिण आंतरिक जिलों में एक या दो स्थानों पर न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, जबकि अन्य जगहों पर कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ। मौसम विभाग के भुवनेश्वर कार्यालय ने बताया कि आंतरिक ओडिशा के जिलों में एक या दो स्थानों पर न्यूनतम (रात) तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। बौध में उच्चतम अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मैदानी इलाकों में फूलबाणी में सबसे कम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी ने कहा कि अगले चार दिनों के दौरान ओडिशा के जिलों में न्यूनतम तापमान (रात के तापमान) में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने की संभावना है। हालांकि इसके बाद ओडिशा के जिलों में कई स्थानों पर 2-4 डिग्री सेल्सियस की कमी का अनुमान है। ओडिशा में मौसम शुष्क रहने की सबसे अधिक संभावना है।
इसके साथ ही भुवनेश्वर और आसपास के क्षेत्रों में आसमान मुख्य रूप से साफ रहेगा, जबकि राजधानी शहर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 32 डिग्री सेल्सियस और 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
इधर, बालेश्वर जिले के सोरो नगरपालिका क्षेत्र के बड़ामुखी एमई स्कूल के खेल दिवस अभ्यास सत्र के दौरान धूप में खड़ी 15 छात्राएं बीमार पड़ गईं। तत्काल छात्राओं को सोरो अस्पताल ले जाया गया और बाद में उनमें से तीन की हालत बिगड़ने पर उन्हें बालेश्वर जिला मुख्यालय (डीएचएच) में स्थानांतरित कर दिया गया। बीमार छात्रों का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत स्थिर है।
बीमार लड़कियों में से एक ने बताया कि वे सभी स्कूल के खेल दिवस के लिए म्यूजिकल चेयर का अभ्यास कर रही थीं। इसी दौरान अचानक कुछ लड़कियों ने कमजोरी और सीने में दर्द की शिकायत की और जमीन पर गिर पड़ीं। वहां मौजूद शिक्षकों, अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने उन्हें बालेश्वर डीएचएच पहुंचाया। हालांकि खबर यह भी चर्चे में आयी कि
स्कूल में मध्याह्न भोजन खाने के बाद लड़कियां बीमार पड़ गईं, लेकिन लड़कियों ने स्पष्ट किया कि उन्होंने स्कूल में कुछ भी नहीं खाया। बालेश्वर डीएचएच के एक डॉक्टर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि छठी और सातवीं कक्षा की छात्राएं लंबे समय तक धूप में रहने के कारण बीमार पड़ गईं।