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परिवार के सदस्यों की लिखित शिकायत के आधार पर होगी विस्तृत जांच
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डीसीपी पिनाक मिश्र ने कहा-हर दृष्टिकोण से होगी मामले की जांच
कटक। महिला क्रिकेटर राजश्री स्वाईं की मौत के रहस्यमयी कारण को लेकर कमिश्नरेट पुलिस ने कहा है कि वह इसके साजिश को बेपर्दा करेगी और जल्द-जल्द इस मामले की तह में पहुंचकर वह हकीकत सामने लायेगी। कटक के डीसीपी पिनाक मिश्र ने परिवार को आश्वसान दिया कि मृतक के परिवार के सदस्यों द्वारा लिखित शिकायत के आधार पर विस्तृत जांच की जाएगी। पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। पिनाक मिश्र ने कहा कि महिला क्रिकेटर राजश्री का शव गुरुडिझटिया जंगल के अंदर एक सुनसान जगह पर लटका हुआ पाया गया था। स्थानीय पुलिस अप्राकृतिक मौत के मामले दर्ज करते हुए जांच शुरू करेगी, लेकिन अगर परिवार के सदस्य कोई आरोप लगाते हैं और लिखित शिकायत दर्ज करते हैं तो कमिश्नरेट पुलिस उस दृष्टिकोण से भी जांच करेगी।
डीसीपी मिश्र के अनुसार, 11 जनवरी को एक चयन शिविर में भाग लेने के बाद महिला क्रिकेटर के लापता होने के बाद शुरू में मंगलाबाग पुलिस स्टेशन ने लापता होने की प्रविष्टि दर्ज की थी। क्रिकेटर के शिविर से घर नहीं लौटने के बाद मंगलाबाग पुलिस ने एक तलाशी अभियान शुरू किया था। इसके बाद कल गुरुड़िझटिया इलाके में लावारिस स्कूटर मिला और क्रिकेटर का शव भी बरामद किया गया। राजश्री पुरी जिले के रामचंडी थाना क्षेत्र के भुआगांव की रहने वाली थी। डीसीपी पिनाक मिश्र ने यह भी कहा कि राजश्री के शव को पोस्टमार्टम के बाद आवश्यक चिकित्सा विशेषज्ञों की राय के बाद ही मौत के सही कारण का खुलासा हो पायेगा।
आंखों की स्थिति दर्दनाक कैसे
सवाल यह भी उठने लगा है कि आंखों की स्थिति इतनी दर्दनाक कैसे हुई। यदि कोई आत्महत्या करता है, तो वह आंखों को नुकासन क्यों पहुंचाएगा, क्योंकि उसका लक्ष्य अपनी जीवनलीला को समाप्त करना होता, ना कि शरीर को और खुदको प्रताड़ित करना।
खुशमिजाज लड़की थी राजश्री
उसकी बहन ने बताया कि वह मस्ती करने वाली और खुशमिजाज लड़की थी और ऐसा कुछ भी तब तक नहीं करेगी जब तक कि वह किसी असहनीय दबाव में न आ जाए।
ओसीए ने मार डाला और लटका दिया – पिता
राजश्री के पिता ने हत्या का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि मेरी बेटी को ओसीए ने मार डाला और शव को जंगल में लटका दिया। उसके पिता ने कहा कि उसके सिर और आंख पर चोट के गंभीर निशान होने की खबर है।
चयन शिविर में आयी थी कटक
मीडिया से बात करते हुए राजश्री की मां ने कहा कि वह एक चयन शिविर के लिए कटक आई थी। वह पैलेस होटल में रह रही थी। 10 दिनों के चयन शिविर के बाद उसे जानबूझकर अंतिम टीम से बाहर कर दिया गया। हालांकि वह सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थी। वह तनाव में थी और उसने अपनी बहन को फोन किया था। उन्होंने बताया कि ऑलराउंडर होने के बावजूद उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी कबसे लापता थी, लेकिन शिविर के आयोजकों ने हमें कुछ नहीं बताया। जब हमने उनसे संपर्क किया तो उन्होंने दावा किया कि राजश्री लापता हो गई है।
सभी पहलुओं पर हो रही जांच – पुलिस
स्थानीय थाने के आईआईसी ने कहा कि जांच चल रही है। हम सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं कि राजश्री ने इस घने जंगल को क्यों चुना या उनकी मौत के पीछे कोई और रहस्य तो नहीं है। वह 11 जनवरी से लापता थी। हमने उसकी फोन लोकेशन के आधार पर उसका पता लगाया। हम युवा क्रिकेटर के असामयिक निधन के रहस्य का पता लगाने के लिए होटल के कर्मचारियों और साथी खिलाड़ियों और कई अन्य लोगों से भी पूछताछ करने जा रहे हैं।
चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी – ओसीए
चयन प्रक्रिया को लेकर लगे आरोपों से इनकार करते हुए ओसीए के सीईओ सुब्रत बेहरा ने राजश्री के निधन पर दुःख जताते हुए कहा कि चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है। प्रत्येक चयनित सदस्य का प्रदर्शन हमारी वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर अपलोड किया जाता है, जिसे हर कोई देख सकता है। ओसीए एक पेशेवर संगठन है और खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के अनुसार चुना जाता है। राजश्री को 25 सदस्यीय टीम में चुना गया, लेकिन वह 16 की अंतिम सूची से बाहर हो गईं। चयन शिविर सिर्फ तीन मैचों के लिए आयोजित किया गया था। अगला चयन जल्द ही होने वाला है। इसलिए उसके पास बाद के शिविरों में योग्यता प्राप्त करने का पूरा मौका था। दरअसल, राजश्री ओडिशा टी-20 टीम का हिस्सा थीं। लेकिन इस बार वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाईं, इसलिए उन्हें सूची से बाहर कर दिया गया। वे हमें उसकी मौत के लिए सिर्फ इसलिए जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते, क्योंकि उसे ओडिशा टीम में नहीं चुना गया था। बहुत सी अन्य लड़कियों का भी चयन नहीं किया गया था।