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मार्च में आ सकती है कोरोना की चौथी लहर

  •  स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव अजीत कुमार मोहंती ने

भुवनेश्वर। चीन और दक्षिण कोरिया में कोविद-19 मामलों में वृद्धि के बीच भारत में भी कोरोना की चौथी लहर का डर मंडराने लगा है। यह आशंका जताते हुए ओडिशा स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव अजीत कुमार मोहंती ने कल कहा कि कई मॉडलों के अनुसार चीन में कोविद के मामले बढ़ने की संभावना है, क्योंकि वहां अभी तक कोविद-19 मामले चरम सीमा पर नहीं पहुंचे हैं। उम्मीद है कि यह 13 से 15 जनवरी के बीच हो सकता है।

इस दौरान प्रति दिन औसतन 25,000 मौतों के साथ लगभग 7 से 10 लाख लोगों के संक्रमित होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कुछ अध्ययन से लगता है कि मार्च के दूसरे या तीसरे सप्ताह में भारत में कोरोना की चौथी लहर आ सकती है।

प्रसार अधिक नहीं होगा

मोहंती ने कहा कि चौथी लहर की संभावना के बावजूद हमें उम्मीद है कि भारत और ओडिशा में कोविद का प्रसार अधिक नहीं होगा, क्योंकि हमारे कोविद टीकाकरण की स्थिति अच्छी है।

लोगों में इम्यूनिटी अच्छी है

मोहंती ने कहा कि क्लिनीकल संक्रमण के कारण देश और राज्य में अच्छी खासी आबादी ने इम्यूनिटी हासिल कर ली है। अगर हम चीन की स्थिति को ध्यान में रखते हैं, तो पता चलता है कि 8 दिसंबर को वहां सार्वजनिक विरोध के बाद प्रतिबंध हटा दिये गये जिससे  मामले बढ़ गए। इसी तरह, चीन में टीकाकरण भारत की तरह प्रभावी नहीं था और स्थिति गंभीर रूप धारण कर रही है। इसका एक ही कारण है कि उन्होंने भी इम्यूनिटी हासिल नहीं की है।

जापान और चीन में बुजुर्गों हो रहे संक्रमित

ओडिशा सरकार के इस वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि जापान और चीन में बुजुर्गों को कोरोना संक्रमण हो रहा है, लेकिन भारत और ओडिशा में ऐसी स्थिति नहीं आने की संभावना है। हमारे देश और राज्य में पहले कमजोर आबादी के टीकाकरण को प्राथमिकता दी गई थी, जिसमें पूर्व में सह-रुग्णता वाले लोग भी शामिल थे।

स्थिति को संभालने में प्रभावी हैं हम

उन्होंने कहा कि मजबूत राजनीतिक इच्छा शक्ति और सावधानीपूर्वक योजना और सभी हितधारकों के ईमानदार प्रयासों के कारण हम देश और राज्य में कोविद-19 की स्थिति को संभालने में प्रभावी हैं। उन्होंने कहा कि केवल सार्वजनिक और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ही ओडिशा सरकार द्वारा मास्क के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया गया है।

वर्तमान में बीएफ.7 और एक्सएक्सबी वेरिएंट के कारण दुनिया के अन्य हिस्सों में मामले बढ़ रहे हैं। हालांकि, घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि बीएफ.7 ओमिक्रॉन वैरिएंट का उपसमूह है। भले ही इसमें संक्रमण करने की अधिक क्षमता है, लेकिन जिन लोगों ने वैक्सीन ली है, उनके प्रभावित होने की संभावना नहीं है।

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