भुवनेश्वर. तेंदुपत्ता श्रमिकों द्वारा उनकी पारिश्रमिक व अन्य विषयों को लेकर किये जाने वाले आंदोलन के मुद्दे को प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक ने गुरुवार को उठाया तथा राज्य सरकार से मांग की कि उनकी समस्याओं का समाधान निकालें.
उधर, जंगल व पर्यावरण मंत्री विक्रम केशरी आरुख ने सदन में बताया कि इन श्रमिकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए उन्होंने विभाग की एक उच्चस्तरीय बैठक बुलायी है. शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए प्रतिपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक ने कहा कि 21 जिलों के तंदुपत्ता श्रमिक आंदोलन कर रहे हैं. उनकी पारिश्रमिक व अन्य सुविधाएं उन्हें नहीं प्रदान की जा रही है. उनकी बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक सहायता दिये जाने का प्रावधान होने के बाद भी उन्हें इससे वंचित किया जा रहा है. उनके आंदोलन के बाद भी सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है.
नायक ने देवगढ़ जिले के बारकोट में महिला आंदोलनकारियों के साथ थानाधिकारी द्वारा बदसलुकी किये जाने का मामला भी उठाया तथा कहा कि उस अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई किया जाए. इसके तुरंत बाद राज्य के जंगल व पर्यावरण मंत्री विक्रम केशरी आरुख ने कहा कि वह स्वयं इस मामले के समाधान को लेकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलायी है.