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कहा-कोरोना की स्थिति सरकार कड़ी नजर
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किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सामुदायिक भागीदारी बेहद जरूरी
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ओडिशा ने कोरोना की हर लहर की स्थिति को प्रभावी ढंग से संभाला
भुवनेश्वर। चीन के मौजूदा हालात को देखते हुए राज्य और केंद्र सरकारें सतर्क हैं, लेकिन इसे लेकर आतंकित होने की जरूरत नहीं है। कोरोना की स्थिति सरकार की कड़ी नजर है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सामुदायिक भागीदारी बेहद जरूरी होता है, इसलिए सतर्क रहें आतंकित नहीं। ओडिशा ने कोरोना की हर लहर की स्थिति को प्रभावी ढंग से संभाला है और इसे भी संभालेंगे। इसलिए कोरोना को लेकर राज्य की जनता बिना कारण के आतंकित न हो।
राज्य के स्वास्थ्य निदेशक विजय महापात्र ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि एफ-7 वैरिएंट दो सालों से है, लेकिन इस कारण चीन में स्थिति खराब हुई है, इस कारण इसके बारे में चर्चा बढ़ी है। यद्यपि इसकी संक्रमण क्षमता अधिक है, लेकिन इसकी फाटालिटी व मोर्टालिटी विशेष नहीं है। गत तीन माहों से राज्य में पाजिटिविटी रेट में वृद्धि नहीं हुई है।
लक्षण होने पर तत्काल टेस्ट कराएं
स्वास्थ्य निदेशक विजय महापात्र ने कहा कि किसी को भी कोरोना के लक्षण होने पर तत्काल टेस्टिंग कराएं। राज्य में स्वास्थ्य की अवसंरचना मजबूत है। आवश्यक होने पर बेड की संख्या भी बढ़ायी जाएगी।
हमारी इम्युनिटी अधिक है
उन्होंने कहा कि गत लहरों के कारण हमारी इम्युनिटी अधिक है। इसलिए आगे यदि कोरोना संक्रमण बढ़ता है, तो उसे निपटने के लिए हमारी तैयारी है। अतः लोगों को भयभीत कराने जैसी बातें मत करें।
निगरानी मजबूत करने का निर्देश
शुक्रवार को केंद्र ने अधिकारियों को सतर्क रहने और सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) की निगरानी मजबूत करने का निर्देश दिया। ओडिशा सरकार ने भी एक नई एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों से कोविद के अनुकूल नियमों का पालन करने का आग्रह किया गया है।
ऐसा कोई बयान न दें जिससे दहशत फैले
ओडिशा के स्वास्थ्य निदेशक बिजय महापात्रा ने शनिवार को कहा कि भले ही दूसरे देशों में मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। मैं दूसरों से भी आग्रह करता हूं कि वे ऐसा कोई बयान न दें, जिससे लोगों में दहशत फैल जाए। पिछले दो साल से कोविद वैरिएंट प्रचलन में था। लेकिन जैसा कि वैरिएंट अब चीन में कहर बरपा रहा है, हर कोई स्थिति को लेकर सतर्क हो गया है।
टीकाकरण प्रतिरक्षा से बचने में सक्षम
विशेषज्ञों का कहना है कि टीकाकरण जैसे प्रतिरक्षा सुरक्षात्मक उपायों के बावजूद वैरिएंट प्रतिरक्षा से बचने में सक्षम है। हालांकि, बीमारी या मृत्यु की कोई गंभीरता नहीं है।
कोविद संस्करण आखिरी बार सितंबर में यहां पाया गया था और अब तक, अस्पताल में भर्ती होने या दैनिक मामलों में कोई बड़ी वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन अब हम केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार एहतियाती उपाय के रूप में अलगाव, निगरानी और अन्य उपायों पर जोर दे रहे हैं।
बुनियादी ढांचे की कोई कमी नहीं
ओडिशा के स्वास्थ्य निदेशक बिजय महापात्रा ने शनिवार को कहा कि चाहे यह पहली, दूसरी या तीसरी लहर हो, ओडिशा ने कोविद की स्थिति को प्रभावी ढंग से संभाला है। स्वास्थ्य निदेशक ने कहा कि राज्य में दवाओं, अस्पताल के बिस्तर या किसी अन्य बुनियादी ढांचे की कोई कमी नहीं है। राज्य सरकार ने पहले ही तैयारियों की जांच के लिए अस्पतालों में मॉक ड्रिल कराने को कहा है। सरकार कड़ी नजर रख रही है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सामुदायिक भागीदारी बेहद जरूरी है।