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राज्यभर से गंभीर हालत में दोनों शहरों में रेफर किये जाते हैं मरीज
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साफ-सफाई पर ध्यान देने के सरकारी निर्देश के बाद भी सक्रियता नहीं दिखी
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लंबे समय से नहीं हुआ कीटनाशक का छिड़काव
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बारिश में नालों का पानी सड़कों पर बहा
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एडवाइजरी को नहीं लिया जा रहा है गंभीरता से
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कीटनाशक के छिड़काव नहीं होने पर दिखी नाराजगी
शैलेश कुमार वर्मा/ हेमन्त कुमार तिवारी
कटक/भुवनेश्वर. राज्य में यदि कोरोना का प्रकोप फैला तो कटक और भुवनेश्वर शहर बड़े केंद्र हो सकते हैं. राज्य का सबसे बड़े अस्पताल श्रीराम चंद्र भंज मेडिकल कालेज व अस्पताल कटक में और कैपिटल हास्पिटल राजधानी भुवनेश्वर में स्थित हैं. राज्यभर से गंभीर हालत में मरीज को इन्हीं दोनों अस्पतालों में रेफर किया जाता है. कभी-कभी कैपिटल अस्पताल से भी अति गंभीर हालत में मरीज कटक भेजे जाते हैं. ऐसी स्थिति में कटक में कोरोना को लेकर सबसे अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है, जबकि भुवनेश्वर में लोग सतर्क होने लगे हैं. लेकिन कटक सतर्कता को लेकर लापरवाही देखने को मिल रही है. कटक जिला प्रशासन और नगर निगम भी अभी सक्रिय नहीं दिख रहा है. राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से भीड़ में शामिल नहीं होने को कहा है तथा साफ-सफाई पर ध्यान देने को कहा है. ऐसी स्थित में साफ-सफाई को लेकर नगर निगम की तरफ से कोई सक्रियता नहीं दिख रही है. आज बारिश के कारण नालों का पानी सड़कों पर बहने लगा. गंदगी का बीमारियों का फैलाव होता है. जिला प्रशासन भी राज्य सरकार की एजवाइजरी को लेकर गंभीर नहीं दिख रहा है.राज्य सरकार ने लोगों को जागरूक करने के लिए कहा है, लेकिन जिला प्रशासन ने जागरुकता को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है. आये दिन लोगों की भीड़ किसी न किसी रूप में देखने को मिल रही है. इससे लगता है कि कोरोना को लेकर कटक में लोग सतर्कता की तरफ कम ध्यान दे रहे हैं और राज्य सरकार की अनदेखी की जा रही है. इसी तरह से भुवनेश्वर में भी काफी लंबे समय से कीटनाशक का छिड़काव नहीं हुआ है. इसे लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं.
इधर, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष रवि बेहरा ने कहा कि इस समय स्थानीय प्रशासन को सबसे अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, जबकि यही निंद्रा में हैं. उन्होंने कहा कि लंबे समय से कीटनाशक का छिड़काव नहीं हो रहा है. अब जब कोरोना का प्रकोप दिख रहा है तो सरकार साफ-सफाई की बात कह रही है. उन्होंने कहा कि सभी इलाकों में कीटनाशक का छिड़काव जरूरी है. साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को भीड़-भाड़ वाले आयोजन में नहीं जाना चाहिए और होली पर होने वाले कार्यक्रमों को स्थगित किये जाने की जरूरत है. रवि बेहरा ने कहा कि लोगों का स्वास्थ्य सर्वोपरि होना चाहिए. इससे खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है. स्थानीय प्रशासन को भी बड़े आयोजन पर नजर रखने की जरूरत है.