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मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त सहायक प्राध्यापकों को पढ़ाया सेवा का पाठ

  •  कहा- बीमार बच्चे के ठीक होने पर एक मां के चेहरे पर मुस्कान से बेहतर कोई नहीं हो सकता इनाम

  •  कहा- हमारी सफलता केवल हमारे लिए नहीं, यह समाज का है

  •  ओडिशा में 70,000 से अधिक मरीजों को मिल रही कैशलेस स्वास्थ्य सेवा

  •  70 करोड़ रुपये खर्च कर रही है राज्य सरकार

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य में नवनियुक्त सहायक प्राध्यापकों को सेवा का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि एक बीमार बच्चे के ठीक होने पर एक मां के चेहरे पर आयी मुस्कान से बेहतर कोई इनाम आपके लिए नहीं हो सकता है। इसलिए आपको रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश करते रहना होगा। इस मौके पर उन्होंने राज्य में जारी स्वास्थ्य सेवाओं का रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर महीने 70,000 से अधिक मरीजों को कैशलेस स्वास्थ्य सेवा मुहैया करा रही है और इस पर 70 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। स्वास्थ्य विभाग में नवनियुक्त 203 सहायक प्राध्यापकों के लिए वर्चुअल ओरिएंटेशन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पटनायक ने कहा कि राज्य सरकार गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करने और लोगों की जेब से होने वाले खर्च को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
साल 2019-20 से इस वित्तीय वर्ष में स्वास्थ्य सेवा में बजट अनुमान लगभग दोगुना होकर 12,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि यह राज्य योजना के 6 प्रतिशत से अधिक है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हम हमेशा स्वस्थ ओडिशा, खुश ओडिशा में दृढ़ता से विश्वास करते हैं। हमारे लिए हर जीवन मायने रखता है। ओडिशा के लोगों को स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करना हमारे शासन का मूल सिद्धांत रहा है।
पटनायक ने नये सहायक प्रोफेसरों को सरकार की 5-टी (पारदर्शिता, प्रौद्योगिकी, टीम वर्क, समय, परिवर्तन) पहल का पालन करने और रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों पर मुस्कान लाने की कोशिश करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि हमारी सफलता केवल हमारे लिए नहीं है। यह समाज का है। हमारी सफलता हमारे समाज का योगदान है। समाज को वापस देना और लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाना हमारी नैतिक और नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आपके मामले में, बीमार बच्चे के ठीक होने पर एक मां के चेहरे पर मुस्कान से बेहतर कोई इनाम नहीं हो सकता है। यह आपकी नौकरी में वास्तविक संतुष्टि है। उन्होंने उम्मीद जतायी की एक बार में इतनी बड़ी संख्या में सहायक प्राध्यापकों की भर्ती से स्वास्थ्य शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा और लोगों के लिए संतुष्टि लाने वाली स्वास्थ्य सेवा में सुधार होगा।
उल्लेखनीय है कि ओडिशा चिकित्सा शिक्षा सेवा में कल 203 सहायक प्रोफेसर शामिल हुए। इनके लिए लोक सेवा भवन स्थित कन्वेंशन सेंटर में ओरिएंटेशन का आयोजन किया गया था।
बढ़ रहा है स्वास्थ्य विभाग के बजट
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बताया कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग के बजट का आकार साल दर साल बढ़ता ही जा रहा है। साल 2019-20 से इस वित्तीय वर्ष में स्वास्थ्य सेवा में बजट अनुमान लगभग दोगुना होकर 12,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि यह राज्य योजना के छह प्रतिशत से अधिक है।
चिकित्सा अधिकारियों और प्रोफेसरों के पदों को भरने का निर्देश
मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में चिकित्सा अधिकारियों और प्रोफेसरों के सभी पदों को भरने का निर्देश दिया है। महापात्र ने कहा कि इस पर काम शुरू हो गया है। इस दौरान महापात्र ने स्वास्थ्य सेवाओं की प्रगति पर प्रकाश डाला। इस मौके पर अपने अनुभव साझा करते हुए तीन नये सहायक प्रोफेसर डॉ. मनोज भुइयां, डॉ.वंदना महापात्र और डॉ गोपाल नायक ने भर्ती प्रणाली की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह बिल्कुल निष्पक्ष और पारदर्शी है। यह निश्चित रूप से स्वास्थ्य शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता में सुधार करेगा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव शालिनी पंडित ने स्वागत भाषण दिया और चिकित्सा शिक्षा निदेशक ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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