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प्रथमार्ध बैठक में नहीं हो सका कामकाज
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विधानसभा अध्यक्ष ने दो बार सदन को स्थगित किया
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सत्तारूढ़ बीजद, विपक्षी दल भाजपा और कांग्रेस ने किसानों के मुद्दे पर किया हंगामा
भुवनेश्वर। किसानों के मुद्दे पर आज विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। सत्तारुढ़ पार्टी बीजद तथा प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया, जिसके कारण विधानसभा में आज कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष को सदन को दो बार स्थगित करना पड़ा। हंगामे के कारण विधानसा अध्यक्ष विक्रम केशरी आरुख ने सदन को पहले 11.30 बजे तक व बाद में दोपहर चार बजे स्थगित कर दिया। इस कारण आज प्रश्नकाल, शून्यकाल व अन्य निर्धारित कामकाज नहीं हो सका।
शुक्रवार को निर्धारित कार्यसूची के अनुसार, सुबह 10.30 बजे सदन का कामकाज शुरू हुआ। विधानसभा अध्यक्ष विक्रम केशरी आरुख ने सदन में प्रश्नकाल का कार्यक्रम शुरू करना चाहा, तभी सत्तारुढ़ बीजू जनता दल के विधायक व प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा व कांग्रेस के विधायक सदन के बीच में आकर हंगामा करने लगे। सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक व्योमकेश राय, ज्योतिप्रकाश पाणिग्राही व अन्य विधायकों ने कहा कि किसानों को धान में मिल रही न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाया जाना चाहिए। साथ ही राज्य के किसानों को जितनी मात्रा में उर्वरक की आवश्यकता है, उतनी नहीं प्रदान की जा रही है। यह कहकर बीजद के विधायक सदन के बीत में आकर हंगामा करने लगे।
भारतीय जनता पार्टी व कांग्रेस के विधायकों ने भी किसानों के प्रति राज्य सरकार की उदासीनता को लेकर हंगामा किया। भाजपा के मुख्य सचेतक मोहन मांझी, मुकेश महालिंग, कुसुम टेटे व अन्य विधायकों ने राज्य सरकार द्वारा किसानों की अनदेखी का मुद्दा उठा कर हंगामा किया। कांग्रेस के विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति, सुरेश राउतराय, अधिराज पाणिग्राही व अन्य विधायकों ने भी राज्य सरकार के किसान विरोधी नीतियों को लेकर हंगामा करते देखे गये।
स्थिति नियंत्रण में नहीं आने के कारण विधानसभा अध्यक्ष विक्रम केशरी आरुख ने सदन को दोपहर 11.30 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की। इसके बाद सदन दोबारा 11.30 बजे जब दोबारा शुरू हुआ, तब भी किसानों के मुद्दों पर हंगामा हुआ। पहले जैसी स्थिति दोबारा बनी। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर चार बजे तक स्थगित कर दिया। इसके बाद सदन शुरू होते ही फिर हंगामा शुरू हो गया और विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलाकर बैठक को शांतिपूर्वक चलाने का प्रयास किया।
सर्वदलीय बैठक में भी नहीं निकला समाधान
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन प्रथमार्ध में हंगामे के कारण जहां कोई कामकाज नहीं हो सका था, वहीं द्वितीयार्ध में भी कृषि से जुड़े मुद्दे को लकेर हंगामा जारी रहा। हंगामे के बीच कुछ कमेटियों की रिपोर्ट सदन में पेश की गई। गतिरोध को समाप्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष विक्रम केशरी आरुख ने सर्वदलीय बैठक बुलायी और सदन को साढे चार बजे तक स्थगित कर दिया। सर्वदलीय बैठक के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं आयी तो विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को शनिवार सुबह 10.30 तक स्थगित कर दिया।