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पीपीपी मोड पर होगा निर्माण
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सुंदरगढ़, बालेश्वर, केंद्रापड़ा, अनुगूल, भद्रक और नवरंगपुर जिलों में भूमि की पहचान
भुवनेश्वर। भारी वाहनों की अनियंत्रित पार्किंग के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ओडिशा सरकार राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर ट्रक टर्मिनल स्थापित करने जा रही है। बताया जाता है कि राज्य परिवहन विभाग ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड पर ट्रक टर्मिनलों के निर्माण के लिए सुंदरगढ़, बालेश्वर, केंद्रापड़ा, अनुगूल, भद्रक और नवरंगपुर जिलों में छह स्थानों पर भूमि की पहचान की है।
परिवहन (सड़क सुरक्षा) के अतिरिक्त आयुक्त लालमोहन सेठी ने कहा कि एकीकृत ट्रक टर्मिनलों को विकसित करने का मुख्य उद्देश्य पार्किंग के कारण होने वाली दुर्घटनाओं और मौतों को कम करना, संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग और प्रभावी उपयोग करना और अतिक्रमण को रोकना है। उन्होंने कहा कि साल 2021 में 5,081 दुर्घटनाओं में से लगभग 25 प्रतिशत दुर्घटनाएं राजमार्गों पर अवैध रूप से खड़े ट्रकों के साथ वाहनों की टक्कर के कारण हुईं।
सेठी ने कहा कि ऐसी दुर्घटनाओं को खत्म करने पर जोर देने के साथ राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) ने वाहन पार्किंग और राजमार्गों पर आवाजाही को सुव्यवस्थित करने के लिए ट्रक टर्मिनल बनाने का फैसला किया है।
उन्होंने बताया कि टर्मिनल में गोदाम और कोल्ड स्टोरेज की सुविधा, पेट्रोल बंक, रेस्तरां, वेइंग ब्रिज, लोडिंग और अनलोडिंग क्षेत्र, शयनगृह, शौचालय और वॉशरूम, एटीएम, स्वास्थ्य क्लिनिक और अन्य सुविधाएं होंगी।
चिह्नित छह स्थान पीपीपी मॉडल पर विकसित वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों से भी राजस्व अर्जित करेंगे। एसटीए ने विभिन्न स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय डेवलपर्स से निविदाएं आमंत्रित की हैं, जो पीपीपी मोड पर एकीकृत ट्रक टर्मिनलों के विकास से अच्छी तरह परिचित हैं।
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