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कालेज का अध्यक्ष फरार, संबलपुर पुलिस की टीम पहुंची भुवनेश्वर
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40 विद्यार्थियों से वसूला 40-40 हजार रूपए
संबलपुर। बारहवीं (कला) की परीक्षा से वंचित यमुनादेवी कालेज के विद्यार्थियों ने गुरूवार की सुबह डीएम शुभम सक्सेना से मुलाकात किया और न्याय की मांग किया है। सुबह ठगी के शिकार सभी छात्र डीएम श्री सक्सेना के निवास पहुंचे और नारा लगाना आरंभ कर दिया। इस बीच डीएम ने उन्हें अपने पास बुलाया और इस दिशा में त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद नाराज विद्यार्थियों का गुस्सा शांत हुआ। इसके बावजूद विद्यार्थियों का कहना था कि आश्वासन के हिसाब से डीएम ने यदि मामले पर उचित पदक्षेप नहीं उठाया तो आनेवाले दिनों में वे आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने को मजबूर होंगे। गौरतलब है कि इस मामले पर धनुपाली थाना में एफआईआर दर्ज होते ही संबलपुर पुलिस की टीम यमुनादेवी कालेज के प्रिंसीपल तुषार कुमार बारिक की गिरफ्तारी हेतु भुवनेश्वर रवाना हुई है। एसडीपीओ तपन कुमार महांति ने बताया कि पुलिस की विशेष टीम भ़ुवनेश्वर के विभिन्न स्थानों पर छापा मार रही है। बहुत जल्द आरोपी तुषार कुमार बारिक को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। डीएम निवास पहुंचे छात्रों ने बताया कि धुनपाली में वर्ष 2017 में इस प्राईवेट कालेज की स्थापना की गई थी। पहले बैच में 27 एवं द्वितीय बैच में कुल 25 छात्र एवं छात्राओं ने कोरेसपोंडेंस कोर्स के लिए इस कालेज में दाखिला लिया था। बारहवीं की परीक्षा में शामिल होने हेतु उन प्रत्येक छात्रों से फीस के तौरपर चालीस-चालीस हजार रूपया वसूला गया था। पिछले दिनों कालेज के प्रिंसीपल तुषार रंजन बारिक ने उन्हें बताया कि इस बाद उनके परीक्षा का सेंटर सोनपुर जिला के सिंढोल कालेज में पड़ा है। मसलन छात्र एवं छात्र वहां जाए और परीक्षा दें, वहांपर उनका एडमिट कार्ड भी मिल जाएगा। प्रिंसीपल के आश्वासन के हिसाब से गत तीन मार्च को जब विद्यार्थी सिंढोल कालेज परीक्षा देने गए, इसके बाद जाकर इस ठगी का खुलासा हुआ। ऐसे में विद्यार्थियों का नाराज होना स्वाभाविक है। गुरूवार को छात्रों ने डीएम से मुलाकात कर उन्हें अपने तेवर की जानकारी दे दिया है। यदि जल्द से जल्द इस मामले पर उचित पदक्षेप उठाया नहीं गया तो आनेवाले दिनों में यह भयंकर आंदोलन का रूप लेगा, इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। खबर लिखे जानेतक आरोपी प्रिंसीपल की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी।