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राज्य कैबिनेट ने मंजूरी
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली कैबिनेट ने यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के समान ओडिशा सिविल सेवा परीक्षा के पैटर्न को बदलने का भी फैसला किया है। यह जानकारी देते हुए राज्य मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र ने कहा कि संशोधन इसलिए किया जायेगा, ताकि उम्मीदवार ओडिशा लोक सेवा आयोग (ओपीएससी) और संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा एक साथ आयोजित होने वाली सिविल सेवा परीक्षा के लिए खुद को तैयार कर सकें।
निर्णय के अनुसार, कुल 2,000 अंकों की परीक्षा होगी, जिसमें से 1,750 लिखित परीक्षा के लिए और 250 व्यक्तित्व परीक्षण के लिए होंगे। लिखित परीक्षा में ओड़िया, अंग्रेजी, निबंध, सामान्य अध्ययन- I, II, III, IV और वैकल्पिक विषय पेपर- I और पेपर-II शामिल हैं। सभी लिखित परीक्षा के प्रश्नपत्र 250 अंकों के होंते हैं। परीक्षा के संशोधित पैटर्न के अनुकूल होने के लिए उम्मीदवार को अधिक समय की आवश्यकता होगी। महापात्र ने कहा कि इसलिए परीक्षा में बैठने के प्रयास को भी संशोधित करने का प्रस्ताव किया गया है।
अब, अनारक्षित श्रेणी (यूसी) के छात्र छह प्रयासों के लिए परीक्षा में शामिल हो सकते हैं, जबकि एसईबीसी उम्मीदवार नौ बार उपस्थित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि एससी और एसटी वर्ग के छात्रों के लिए कोई सीमा नहीं है।