-
कटक डीएवी, सीडीए, सेक्टर-6 में जीवनोपयोगी साहित्य संगोष्ठी आयोजित
आज का युग सामान्य व्यक्ति का युग है। सामान्य व्यक्ति की आवश्यकताओं को पूरा करने से जुड़ा है। उन्होंने अपने संबोधन में विद्यालय की प्राचार्य नमिता मोहंती से निवेदन किया कि जिस प्रकार आध्यात्मिक जगत के गुरु स्वामी विवेकानंदजी की मां सदैव उनकी जिज्ञासा को शांत करने का आजीवन प्रयास किया, आज कटक डीएवी के 6000 बच्चों की जिज्ञासा को शांत करनाबहुआयामी कौशलों को विकास करना, उन्हें अनुशासित और चरित्रवान नागरिक बनाना प्राचार्य का दायित्व है। विजय मल्ल, डा शक्ति मोहंती और डा असीम रंजन परही ने भी ओडिया और अंग्रेजी में इस उक्ति की सोदाहरण पुष्टि की कि निर्विवाद रुप में साहित्य समाज का दर्पण है। साहित्य में अभिरुचि रखनेवाले कुछ बच्चों ने अपनी-अपनी स्वरचित कविताओं का सस्वर वाचन किया। प्रश्नोत्तरी सत्र काफी जीवंत रहा। प्राचार्य नमिता मोहंती ने विद्यालय परिवार की ओर से आमंत्रित वक्ताओं को सम्मानित किया।