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निचले इलाके अभी जलजमाव की चपेट में
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प्रभावित इलाकों के घरों कीचड़ भरा, सामान इधर-उधर बिखरे पड़े मिले
भुवनेश्वर। हीराकुद बांध से जल निष्कासन लगातार बंद किये जाने बाढ़ के पानी में कमी देखने को मिल रही है। प्रभावित क्षेत्रों से निकले लोग अब शरणस्थलों से अपने घरों को लौटने लगे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ का पानी कम होने और बाढ़ की स्थिति में सुधार के बाद भी प्रभावित लोगों ने अभी तक पूरी तरह से राहत की सांस नहीं ली है।
सूत्रों के अनुसार, बाढ़ प्रभावित लोगों ने अपने घरों को लौटना शुरू कर दिया है। हालांकि बाढ़ का पानी पूरी तरह से कम नहीं हुआ है। हीराकुद के 40 स्लुइस गेट खोलने के बाद उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया था और वे नदी के किनारे शरण ले रहे थे। बारिश कम होने के साथ ही लोग अपने घरों को वापस जाने लगे हैं।
महानदी से सटे निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के घरों में बाढ़ का पानी पहुंचने के कारण घर कीचड़ और कचरे से भर गये हैं। उनका सारा सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा है। बाढ़ के बाद उनको अपनी जिंदगी को पुनः संवारना एक कठिन काम हो गया है।
बाढ़ से खेती बर्बाद, किसानों को काफी नुकसान
बाढ़ ने खेतों में खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया है। खेतों में उगाई गई सब्जियां बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है। कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों की मुश्किलें काफी बढ़ गयी हैं। उन्हें अचानक बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। खेतों में अब भी पानी भरा हुआ है। इस बीच डीप डिप्रेशन के कारण राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
एक किसान ने कहा कि फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। बाढ़ का पानी कम होने के बाद हम आश्रयस्थलों से घर लौटे हैं। खेतों में अब भी पानी जमा हुआ है।
जसीपुर-सिमिलिपाल सड़क संपर्क बाधित
लगातार बारिश के कारण जसीपुर-सिमिलिपाल सड़क संपर्क बाधित हुआ है। जसीपुर-सिमिलिपाल सड़क के जलमग्न होने के कारण गुरुगुड़िया, अस्तकुआंरा, बोरहीपानी और धलाबानी जैसी चार ग्राम पंचायतों से संपर्क टूट गया है।
पता चला है कि सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व परिसर स्थित खोइरी भंडाना पुल पर दो फीट से ऊपर बाढ़ का पानी बह रहा है।
खुर्दा के कुछ गांव जलमग्न
इसके साथ ही खुर्दा जिले के मसानिया, तेंतुलीमुहान और ओरबारसिंह गांव के निवासी पिछले सात दिनों से बाढ़ से जूझ रहे हैं। यहां अभी भी तीन-चार फीट पानी से ऊपर बाढ़ का पानी बह रहा है। इतना ही नहीं, पीने के पानी की कमी ने उनका जीना मुहाल कर दिया है।
केंदुझर में कई इलाकों से जलनिकासी जारी
केंदुझर नगरपालिका के वार्ड नौ में पिछले कुछ दिनों से बाढ़ की स्थिति है। ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने से बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है। बाढ़ पीड़ितों को अपने घरों से बारिश का पानी निकालने के लिए पंप सेट का उपयोग करते देखा गया।
केंदुझर में 672.92 मिमी बारिश
पिछले 24 घंटों में केंदुझर में 672.92 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जोड़ा में 99.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि झुमपुरा में 96.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इसी तरह, चंपुआ और केंदुझर सदर में पिछले 24 घंटों में क्रमश: 71.5 मिमी और 46.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
इस बीच, केंदुझर के जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।