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कई इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर भेजे गये लोग
भुवनेश्वर। ओडिशा में आयी बाढ़ से राजधानी भुवनेश्वर भी अछूता नहीं रहा है। दया नदी में आयी बाढ़ के कारण राजधानी भुवनेश्वर का बाहरी इलाका भी जलमग्न हो गया है। शहर के बाहरी इलाके में लोग जलजमाव की समस्या का सामना कर रहे हैं। सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है। दया नदी का पानी शहर के बाहरी इलाके सुंदरपदा के साथ-साथ कंटिलो, बालीपाटणा और अन्य इलाकों में प्रवेश कर गया है। बीती रात से ही बाढ़ का पानी शुरू हो जाने से कई इलाके जलमग्न हो गये हैं। लोगों का आरोप है कि बिजली आपूर्ति ठप होने से पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोगों ने अपना घर खाली कर दिया है और सुरक्षित स्थानों पर चले गये हैं, जबकि कुछ स्थानों पर दमकलकर्मियों को मोर्चा संभालना पड़ा है। कुछ इलाकों से बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों और मरीजों निकाल उन्होंने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। कंटिलो की एक महिला ने कहा कि हम कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। ट्रांस्फार्मर में पानी भरने के बाद 24 घंटे से अधिक समय तक बिजली कनेक्शन ठप रहा। बाढ़ का पानी हमारे घरों में घुस गया है। हमारे पास भोजन और सुरक्षित पेयजल नहीं है। एक अन्य पीड़ित ने कहा कि बिजली कटौती के बाद हमारे पास पानी और भोजन नहीं बचा था। हमने बचाव दल को बुलाया और अब सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। वहां से हम जयपुर में अपने मूल स्थान पर जायेंगे। सांप और अन्य छोटे जीव हमारे घरों में घुस गये हैं।
राजधानी के बाहरी इलाकों के जलमग्न होने पर उठे सवाल
राजधानी के बाहरी इलाके के जलमग्न होने के कारण व्यवस्थाओं को लेकर सवाल उठने लगे हैं। सवाल उठने लगा है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? हालांकि यह कोई नयी बात नहीं है।
अधिक बारिश के कारण बाहरी तो बाहरी राजधानी के प्रमुख इलाके भी जलमग्न हो जाते हैं। अभी हालभी भुवनेश्वर नगर निगम ने 30 ऐसे जलभराव वाले इलाकों को चिह्नित किया था। हर साल जलनिकासी के लिए ये इलाके चिह्नित किये जाते हैं, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं दिखा है।