सुधाकर शाही, कटक
विदेशों में ओडिशा के माध्यम से सूर मंदिर ने अपना देश का नाम रौशन किया है. भारत सरकार के आईसीसीआर द्वारा सांस्कृतिक दौरे पर सबसे लोकप्रिय ओडिशी डांस इंस्टीट्यूट ऑफ कटक में से एक सूर मंदिर के छात्रों को भेजा गया था. सुश्री ज्योत्सना रानी साहू (संस्थान के संस्थापक और सीईओ) के नेतृत्व में 6 सदस्यों का यह समूह आखिरकार दौरे से लौट आया है.
उन्होंने हमारी प्राचीन भारतीय शास्त्रीय नृत्य का प्रदर्शन किया. विभिन्न स्थानों पर ओडिशी ने हमारे देश में गर्व और गौरव बढ़ाया है. यहां तक कि उन्होंने कार्यशालाएं भी आयोजित कीं, जहां कला प्रेमियों को हमारी ओडिशी संस्कृति की झलक प्रदान की गई और टीम द्वारा सलाह दी गई कि वे प्रकृति के संगीत पर इस शास्त्रीय रूप को सीखें यानी जानवरों और पक्षियों के ओडिशी नृत्य के माध्यम से.
उन्होंने त्रिनिदाद और टोबैगो, अल सल्वाडोर, सांता लूसिया, सांता एना, होंडुरास, सैन फर्नांडो, ग्वाटेमाला में प्रदर्शन किया. उन्होंने नेशनल एकेडमी ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स, इंडियन फूड फेस्टिवल, नेशनल थिएटर, ITEC डे सेलिब्रेशन, सेंट्रल अमेरिकन टेक्नोलॉजिकल टेक्नोलॉजी आदि में अपना शो प्रदर्शित किया.
मर्सीडिट्स एग्रिसिया डांस स्कूल, नेशनल कंपनी ऑफ़ डांस एंड बैले आदि कुछ ऐसे स्थान थे, जहां ओडिशी को प्रचारित करने के लिए सुश्री ज्योत्सना रानी साहू द्वारा कार्यशालाएँ आयोजित की जाती थीं.
इस टीम में सुश्री ज्योत्सना रानी साहू, सोनाली दास, राजेश्वरी मोहराना, गौतम कुमार रे, दीपांकर नायक, हिमालय प्रस्टी (लाइट डिज़ाइनर) शामिल थीं.