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चार सीटों के लिए चुनाव 26 मार्च को
भुवनेश्वर. ओडिशा में राज्यसभा की चार सीटों के लिए 26 मार्च को होने वाले चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी शुरू हो गयी है. राज्यसभा के तीन सांसदों का कार्यकाल दो अप्रैल को समाप्त हो रहा है. ये सांसद नरेंद्र कुमार स्वाईं, सरोजिनी हेम्ब्रम और रंजीब बिस्वाल हैं. इसके अलावा पहले से त्यागपत्र दे चुके तथा केन्द्रापड़ा से लोकसभा के लिए चुने गये अनुभव मोहंची की सीट के लिए भी चुनाव होगा. चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, दो मार्च को अधिसूचना जारी होगी, जबकि 13 मार्च तक नामांकन दाखिला होगा. नामांकन पत्रों की जांच 16 मार्च को होगी, जबकि 18 मार्च तक नामांकन पत्र वापस लिये जा सकते हैं. इसके बाद यदि जरूरत पड़ी तो 26 मार्च को सुबह नौ बजे से लेकर शाम चार बजे तक मतदान कराये जायेंगे तथा मतों की गणना उसी दिन शाम पांच से होगी तथा परिणाम भी इसके बाद घोषित कर दिये जायेंगे.
पार्टी नेतृत्व के निर्देश के पालन करेंगे भाजपा विधायक – विपक्ष के नेता
राज्यसभा में चुनाव को लेकर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व जो निर्णय करेगा पार्टी के विधायक उसका पालन करेंगे. राज्यसभा चुनाव की घोषणा के बाद पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवाल के उत्तर में विपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक ने यह बात कही. उधर, भाजपा विधायक दल के उपनेता विष्णु चरण सेठी ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राज्यसभा चुनाव को लेकर अभी से पूर्वानुमान करना सही नहीं है. राज्यसभा चुनाव राजनीति का शतरंज है. संख्या न होते हुए भी दिलीप राय जैसे नेता राज्यसभा में जाने का उदाहरण पहले से है. इसलिए अभी से कुछ नहीं कहा जा सकता.
राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी देगी या नहीं शीर्ष नेतृत्व करेगा तय – नरसिंह मिश्र
आगामी राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी या नहीं इस बारे में पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा. कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि वाम दल के साथ मिलकर कांग्रेस प्रत्याशी दे सकती है, लेकिन जीत नहीं सकती. इस कारण प्रत्याशी क्यों दें. इसे लेकर पार्टी अलकमान निर्णय लेगी. किसे समर्थन देना है, यह भी बैठकर तय किया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा यदि दबाव डालेगी, तो इस बार बीजद उसे दो सीट भी दे सकती है.
उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति ने कहा कि राज्यसभा के लिए चुनावी गणित में कांग्रेस का सामर्थ्य नहीं है. हम किसे समर्थन देंगे या मतदान से बाहर रहेंगे इस पर पार्टी हाईकमांड निर्णय करेगी. उन्होंने कहा कि पिछले बार बीजद ने भाजपा प्रत्याशी अश्विनी बैष्णव को सीट छोड़ दिया था. राज्य सरकार को चाहिए कि वह इसका जवाब दे.
इस बार चारों सीटें बीजद को मिलेंगी – प्रमिला मलिक
आगामी राज्यसभा चुनाव में बीजद को चार में से चार सीटें हासिल होंगी. बीजद के मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने यह बात कही. कांग्रेस के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि किसी के दबाव में बीजद ने किसी को सीट नहीं दी है. राज्य के हित में जो है, उस संबंध में पार्टी के मुखिया तथा मुख्यमंत्री निर्णय लेते हैं. विरोधियों को इसका जवाब देना जरुरी नहीं है.