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विपक्ष के विरोध के कारण नहीं चली प्रथमार्ध की बैठक
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सर्वदलीय बैठक के बाद खत्म हुआ गतिरोध
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31 मार्च तक खरीदा जाएगा धान
भुवनेश्वर. ओडिशा विधानसभा में किसानों से धान की खरीद के मुद्दे को लेकर लगातार दूसरे दिन विपक्षी विधायकों द्वारा हंगामा किये जाने के कारण विधानसभा में प्रथमार्ध की बैठक में प्रश्नकाल का कार्यक्रम नहीं हो सका. विधानसभा अध्यक्ष से सुबह 10.30 से 11.30 तक व बाद में 11.31 से 12.50 तक सदन को स्थगित करने की घोषणा की. इसके अलावा उन्होंने गतिरोध समाप्त करने के लिए अपने कमरे में एक सर्वदलीय बैठक बुलायी. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, सुबह 10.30 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई. बैठक प्रारंभ होते ही विपक्षी भाजपा व कांग्रेस के विधायकों ने किसानों से धान खरीद के लिए आ रही दिक्कतों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. पहले विधायक अपनी सीट पर खड़े होकर बैनर दिखा रहे थे और बाद में वे सदन के बीच में आकर हंगामा करने लगे. भाजपा विधायकों के बैनरों पर किसानों को मौत दो या फिऱ धान खरीदो लिखा गया था. इसी तरह कांग्रेस विधायकों के बैनरों में मिलर- दलाल सरकार हाय- हाय लिखा गया था. विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें अपनी सीट पर जाने का अनुरोध किया, लेकिन वे नहीं माने. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को एक घंटे के लिए स्थगित कर दी.
सुबह 11.30 बजे सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तब स्थित उसी तरह रही. दोनों विपक्षी पार्टियों के विधायकों ने समान मुद्दे को लेकर हंगामा जारी रखा. विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें सीट पर जाकर बैठने व सदन को चलाने के लिए सहयोग देने का अनुरोध किया, लेकिन विपक्षी विधायकों ने इस पर ध्यान नहीं दिया. उन्होंने हंगामा जारी रखा. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 12.50 बजे तक स्थगित कर दिया. विधानसभा को स्थगित करने से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को सही रुप से चलाने के लिए सर्वदलीय बैठक अपने कमरे में बुलायी. उन्होंने बैठक के लिए विपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक, संसदीय मामलों के मंत्री विक्रम केशरी आरुख, वित्त मंत्री निरंजन पुजारी, खाद्य आपूर्ति मंत्री रणेन्द्र प्रताप स्वाईं, कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र, सत्तारुढ़ पार्टी के मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक, विपक्ष के मुख्य सचेतक नरसिंह मिश्र, बीजद विधायक देवी प्रसाद मिश्र, प्रणव प्रकाश दास, माकपा विधायक लक्ष्मण मुंडा तथा कांग्रेस के विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति को अपने प्रकोष्ठ में बुलायी. इसके बाद
दो दिनों से चल रहा गतिरोध समाप्त हो गया. इसके बाद विधानसभा कार्यवाही चली. बताया जाता है कि
राज्य में पंजीकृत किसानों के धान को 31 मार्च तक खरीदा जाएगा. इससे काफी पूर्व किसानों को टोकन दिया जाएगा. .