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विधानसभा नहीं हो पाया प्रश्नकाल व शून्यकाल का कार्यक्रम
भुवनेश्वर. किसानों के मुद्दे को लेकर विपक्षी भाजपा व कांग्रेस के विधायकों के हंगामे के कारण सोमवार को ओडिशा विधानसभा में प्रथमार्ध की बैठक में कामकाज नहीं हो सका. इस हंगामे के कारण विधानसभा सात बार स्थगित हुई. विधानसभा में प्रश्नकाल व शून्यकाल का कार्यक्रम भी नहीं हो सका. गतिरोध को समाप्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक भी बुलायी. इसका भी लाभ नहीं हुआ. इसके बाद भी हंगामा जारी रहा. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष सूर्य़ नारायण पात्र ने 12.57 बजे से दोपहर तीन बजे तक सदन को स्थगित कर दिया. सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यसूची के अनुसार, सुबह 10.30 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई. कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक मोहन माझी के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक तथा कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने किसानों की समस्या को लेकर हंगामा किया. उन्होंने किसानों से धान की खरीद न किये जाने, खरीद के दैरान धान काट लिये जाने तथा इसमें अव्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए नारेबाजी की. विपक्ष इस बात पर भी नाराज था इस संबंध में कार्यस्थगन प्रस्ताव लाये जाने के बाद भी इस पर चर्चा के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने अनुमति नहीं दी. उधर, विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी विधायकों को अपनी-अपनी सीटों पर जाने का अनुरोध किया, लेकिन वे नहीं माने. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को 11.30 बजे तक स्थगित कर दिया.
दोपहर 11.30 बजे सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तो विपक्षी भाजपा व कांग्रेस के विधायकों ने इसी मुद्दे को लेकर हंगामा किया. विपक्षी विधायक सदन के बीच में आ गये. कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद वाहिनीपति ने विधानसभा अध्यक्ष के टेबुल पर चढ़ने का प्रयास किया. सदन में गतिरोध समाप्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक अपने कमरे में बुलायी तथा सदन को आधे घंटे यानी 12.02 बजे तक स्थगित कर दिया. सर्वदलीय बैठक के बाद भी गतिरोध समाप्त नहीं हो पाया. हंगामा जारी रहा. इस कारण विधानसभा अध्यक्ष ने 12.02 से 12.17 तक, 12.17 से 12.32 तक, 12.32 से 12.42 तक, 12.42 से 12.52 व 12.52 से 12.57 तक सदन को मुलतबी किया. इसके बाद 12.57 से सदन को दोपहर तीन बजे तक स्थगित कर दिया.
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