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ओडिशा में किसानों का एक लाख तक ऋण ब्याज मुक्त

  •  राज्य सरकार ने की ऐतिहासिक घोषणा से छोटे-बड़े किसानों को मिलेगा फायदा

  •  एक से तीन लाख रुपये तक के फसल ऋण पर ब्याज दर होगी दो प्रतिशत

  •  साल 2022-23 में 16,000 करोड़ रुपये तक कृषि ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य

भुवनेश्वर. ओडिशा में किसानों के लिए खुशी की खबर है. राज्य के किसानों को अब एक लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त फसल ऋण मिलेगा. इससे अधिक की भी अवश्यकता हुई तो कोई चिंता की बात नहीं है. एक लाख रुपये से तीन लाख रुपये तक के फसल ऋण पर ब्याज दर मात्र दो प्रतिशत होगी.
राज्य के सहकारिता, खाद्य एवं आपूर्ति कल्याण मंत्री अतनु सब्यसाची नायक ने आज विधानसभा में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इससे पहले 50,000 रुपये तक के फसल ऋण पर ब्याज नहीं लिया जाता था. मंत्री ने बताया कि राज्य में लगभग 57 लाख किसान परिवार 2710 प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों में शामिल हो गए हैं. वतर्मान में राज्य के फसल ऋण का लगभग 60 प्रतिशत सहकारी बैंकों के माध्यम से प्रदान किया जा रहा है. साल 2022-23 में सहकारी बैंकों द्वारा 16,000 करोड़ रुपये तक कृषि ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है.
राज्य में सभी 66 नियंत्रित बाजार समितियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार या ई-नाम योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा है. अब तक 54 आरएमसी को ई-नाम पोर्टल से जोड़ा गया है. इस बाजार के माध्यम से वित्त वर्ष 2020-21 में 737.96 करोड़ रुपये के कृषि उत्पादों का कारोबार हुआ है. आपूर्ति विभग की सफलता की सराहना करते हुए मंत्री नायक ने कहा कि सामान्य वितरण प्रणाली के प्रबंधन में ओडिशा को देश के अग्रणी राज्यों में से एक माना गया है.
कोरोना महामारी के दौरान राज्य के सभी राशन कार्ड धारकों को प्रति परिवार 1,000 रुपये का जीवन निर्वाह भत्ता दिया गया था. राज्य सरकार ने राज्य में किसानों से धान की खरीद की व्यवस्था हर हाल में निर्धारित समय के भीतर, धान की सभी खरीद बिक्री, बकाया का तत्काल भुगतान और शिकायतों पर तत्काल कारर्वाई की व्यवस्था को स्पष्ट कर दिया है. आज आपूर्ति विभाग द्वारा 1205 करोड़ 29 लाख 49 हजार रुपये और सहकारी क्षेत्र द्वारा 1941 करोड़ 14 लाख 15 हजार रुपये का वितरण करने के लिए विधानसभा के सत्र में पारित किया गया है.

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