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ओडिशा में होगी भारी से भारी बारिश
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तेज हवाओं के कारण अशांत रहेगा समुद्र, मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह
भुवनेश्वर. तटीय ओडिशा और पड़ोस पर कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण तटीय ओडिशा और पड़ोस में एक अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव के क्षेत्र का आकार ले रहा है. इसके प्रभाव में भारी से भारी बारिश होने की संभावना है. हवा की गति भी काफी तेजी होगी, जिसके प्रभाव में समुद्र भी अशांत रहेगा. मछुआरों को इस दौरान समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गयी है.
यह जानकारी आज यहां भारतीय मौसम विभाग ने दी. मौसम विभाग के अनुसार, कोरापुट, मालकानगिरि, नवरंगपुर, नुआपड़ा, कलाहांडी, कंधमाल, बलांगीर, गंजाम और नयागढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा (7 से 20 सेंटीमीटर) होने की संभावना है. मौसम विभाग ने पूर्वानुमान के साथ-साथ ऑरेंज वॉर्निंग भी जारी की है. भारी बारिश के कारण संवेदनशील पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और भूधंसान हो सकती है और इसके परिणामस्वरूप निचले इलाकों में जल भराव हो सकता है.
इसी तरह अगले 24 घंटों के दौरान रायगड़ा, गजपति, खुर्दा, पुरी, कटक, जगतसिंहपुर, बौध, सोनपुर, बरगढ़, अनुगूल, ढेंकानाल और केंदुझर जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग की ओर जारी बुलेटिन में कहा गया है कि अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव के क्षेत्र के प्रभाव और मजबूत मानसून प्रवाह के कारण 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. इससे समुद्र के अशांत होने की संभावना रहेगी. मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे 16 जुलाई तक पश्चिम-मध्य और बंगाल की उत्तर-पश्चिम खाड़ी के ओडिशा तट से सटे समुद्र में न जायें.