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नये भवन निर्माण के लिए भूमिपूजन भी किया
भुवनेश्वर. केन्द्रीय शिक्षा व कौशल विकास मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने गुरुवार को अनुगूल जिले के तालचेर स्थित जगन्नाथ एरिया व सुभद्रा एरिया में एमसीएल के दो केन्द्रीय विद्यालय़ों का शुभारंभ करने के साथ-साथ नये भवन निर्माण के लिए भूमिपूजन किया.
इस अवसर पर उन्होंने अनुगूल जिले में शिक्षा के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केन्द्रीय कोयला व खान मंत्री प्रह्लाद जोशी को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों के स्थापना के कारण स्थानीय छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगे व विश्व मानवता के कल्याण के लिए संकल्प लेंगे. उन्होंने इस अवसर पर कहा कि मोदी सरकार में 13 हजार करोड़ रुपये की राशि के खर्च से तालचेर उर्वरक कारखाने को फिर से बहाल किया जा रहा है. तालचेर स्थित एनटीपीसी थर्मल प्लांट को भी पुनः चालू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि तालचेर के कोयला द्वारा केवल ओडिशा ही नहीं, बल्कि पूरा भारत को लाभ होता है. इससे भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है. कोयला के अनुपलब्धता के कारण देश में बिजली उत्पादन में बाधा उत्पन्न होता है और इससे देश को नुकसान होने की आशंका रहती है. इसलिए यहां की कोयला खदान व कारखाना बंद नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में तालचेर आईटीआई को अक बड़ा शिक्षण संस्थान के रुप में विकसित किया जाएगा.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इस मौके पर राज्य सरकार और विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि हमें जिताना गाली देना है दीजिए, जितनी बेइजज्जती करनी है कीजिए, लेकिन तालचेर के विकास में बाधा नहीं आनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की कि तालचेर में एमसीएल व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र को कौशल विकास केंद्र में बदला जाएगा. उन्होंने खुशी जतायी कि पहली बार तालचेर से एमसीएल ने देश के कोने-कोने में कोयले के 100 रैक की आपूर्ति की है. इस सफलता के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री, केंद्रीय कोयला और खान मंत्री और केंद्रीय रेल मंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया. साथ ही उन्होंने देश के हित में कोयला खदानों को बंद नहीं करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि कोयला खदानों के बंद होने से देश की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा. प्रधान ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार समेत पर्यावरण की रक्षा के लिए मोदी सरकार प्रतिबद्ध है.
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने हुल दिवस पर बलिदानियों का किया पुण्य स्मरण
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने हुल दिवस पर बलिदानियों का पुण्य स्मरण किया. प्रधान ने ट्वीट कर कहा कि हूलदिवस पर संथाल की माटी पर वनवासी अस्मिता और भारत के स्वाभिमान के लिए बलिदान देने वाले सभी जननायकों को मेरा पवित्र स्मरण. उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेज़ी अत्याचार के विरुद्ध सिद्धो-कान्हो, चांद-भैरव और फूलो-झानो जैसे जनजातीय गौरवों की वीर-गाथा युगों-युगों तक देश के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा.