भुवनेश्वर. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बालेश्वर में चिर प्रतीक्षित इमामी कीस का उद्घाटन कल लिया. वर्चुवल मोड में लोकार्पण करने के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि शिक्षा के माध्य़म से ही जीवन में सबसे बड़ा बदलाव संभव है. उन्होंने यह भी कहा कि आज वे बहुत खुश हैं. उन्होंने कहा कि इमामी कीस से बालेश्वर के स्कूली बच्चों को बहुत बड़ा लाभ मिलेगा. उन्होंने अपनी लोक कल्याणकारी सरकार के 5-टी के तहत कुल चार हजार से भी अधिक आदर्श स्कूल खोले जाने की भी जानकारी दी. गौरतलब है कि कीस, भुवनेश्वर विश्व का सबसे बड़ा आदिवासी आवासीय विद्यालय है जिसकी अनेक शाखाएं ओडिशा समेत पूरे भारत में हैं और जहां पर फ्री आवासीय सुविधाओं सहित केजी कक्षा से लेकर पीजी कक्षा तक निःशुल्क शिक्षा पिछले लगभग 28 सालों से प्रदान की जाती है. समारोह के सम्मानित अतिथि ओडिशा सरकार के माननीय मंत्री पर्यटन, ओड़िया भाषा, साहित्य, संस्कृति तथा आबकारी अश्विनी कुमार पात्र ने अपने संबोधन में कहा कि इमामी कीस बालेश्वर के आज मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पित होने से बालेश्वर के लाखों बच्चों के चेहरे पर कीस के प्राणप्रतिष्ठाता प्रोफेसर अच्युत सामंत ने खुशी ला दी है.
सम्मानित अतिथि बालेश्वर सांसद प्रताप षाड़ंगी ने कहा कि प्रोफेसर अच्युत सामंत ने आज बालेश्वर के लाखों स्कूली बच्चों के जीवन में शिक्षा के रुप में नई किरण ला दिये हैं. हमसभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रोफेसर अच्युत सामंत की इस ऐतिहासिक शैक्षिक पहल का स्वागत करना चाहिए, उनका समर्थन करना चाहिए. विधायक सुधांशु शेखर परिडा ने कहा कि आज का दिन रुमाना के लिए महान दिवस है. अपने स्वागत संबोधन में प्रोफेसर अच्युत सामंत ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के प्रति हार्दिक आभार जताया, जिन्होंने अपने हाथों से इमामी कीस बालेश्वर को आज लोकार्पित किया. प्रोफेसर सामंत ने समारोह में उपस्थित सभी सम्मानित अतिथियों,सभी मेहमानों और बालेश्वर की समस्त जनता का स्वागत करते हुए इमामी कीस बालेश्वर की समस्त अत्याधुनिक सुविधाओं तथा शैक्षिक संसाधनों आदि की जानकारी दी, जिसका सीधा लाभ यहां के गरीब बच्चों को मिलेगा. उन्होंने बताया कि इस आवासीय विद्यालय के बच्चों के लिए वाईफाई से लेकर उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए 25 बेडवाला अस्पताल भी उपलब्ध है. उनके अनुसार आरंभ में इस आवासीय विद्यालय में कुल 1200 बच्चों का दाखिला होगा, जो पहली कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक निःशुल्क तालीम लेंगे. विद्यालय केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड,नई दिल्ली से संबद्ध होगा. अंत में बालेश्वर के जिलाधीश के. सुदर्शन चक्रवर्ती ने आभार व्यक्त किया.